फिर मोदी सरकार, EXIT Polls में NDA हुई और मजबूत, क्या हैं इसके मायने
दिल्ली का किला फिर फतेह करने जा रही बीजेपी
The Hindkeshariके पोल ऑफ पोल्स में दिल्ली का किला एक बार फिर बीजेपी फतेह करती हुई नजर आ रही है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इस बार भी बीजेपी के 7 की 7 सीटें जीतने का अनुमान है. एग्जिट पोल के रुझानों से साफ है कि दिल्ली की जनता के दिमाग में साफ है कि वे केंद्र में मोदी सरकार को ही देखना चाहती है. दिल्लीवासियों ने साफ संदेश दिया है कि मौजूद समय में आम आदमी पार्टी नहीं, केंद्र की मोदी सरकार ही राष्ट्रीय स्तर पर उसकी पहली पसंद है.
पार्टी | इंडिया न्यूज- डी डायनैमिक | जन की बात | न्यूज नेशन | टाइम्स नॉउ-ईटीजी |
बीजेपी | 7 | 7 | 7 | 7 |
I.N.D.I.A | 0 | 0 | 0 | 0 |
बंगाल में BJP बढ़ते कदम…
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के कदम लगातार बढ़ रहे हैं, The Hindkeshariपोल ऑफ पोल्स में यही तस्वीर उभरकर सामने आ रही है. इस बार बीजेपी को पश्चिम बंगाल 2 से 3 सीटों का फायदा होता नजर आ रहा है. यहां संदेशखाली की घटना का काफी प्रभाव देखा गया. टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर यहां महिलाओं से यौन शोषण के आरोप लगे हैं. इस स्थिति को बीजेपी अपने पक्ष में करने में सफल होती नजर आ रही है. बीजेपी को इस बार 23 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, ममता बनर्जी की टीएमसी को 18 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने का रुझान है. 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी को 22 सीटें और बीजेपी को 18 सीटें मिली थीं. The Hindkeshariके एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने कहा, “सबसे ज्यादा चर्चा पश्चिम बंगाल की हो रही थी, जो एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ रहे हैं. वो यह बता रहे हैं कि बंगाल में भी बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करेगी. यहां बीजेपी की 2-3 सीटें बढ़ सकती है.”
यूपी में बढ़त, तो बिहार में नुकसान के आसार
The Hindkeshariके पोल ऑफ पोल्स में (Poll of Polls) के मुताबिक, एनडीए उत्तर प्रदेश में भी शानदार प्रदर्शन कर सकता है. इस राज्य में मोदी और योगी फैक्टर कायब है, जिसके दम पर पिछली बार से ज्यादा सीटें एग्जिट पोल्स में मिलती हुई नजर आ रही हैं. एग्जिट पोल्स के रुझानों में बीजेपी और उसके सहयोगी दल उत्तर प्रदेश में 68 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन यूपी में काम नहीं आया… ये दोनों पार्टियां मिलकर सिर्फ 12 सीटें जीत दज्र कर सकती हैं. एग्जिट पोल्स के रुझानों के मुताबिक बीजेपी और उसके सहयोगी दल 2019 की तुलना में तीन सीटें अधिक जीत सकते हैं.
वहीं, बिहार की बात करें, तो यहां एनडीए की सीटें कुछ घटने का अनुमान लगाया जा रहा है. बिहार की 40 सीटों पर इस बार एनडीए को कुछ नुकसान हो सकता है. पिछली बार बिहार के दो मुख्य दलों जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. हालांकि, इस बार नीतीश कुमार ने भाजपा का दामन थाम लिया है. एग्जिट पोल्स में इस बार बिहार में एनडीए को 40 में से 33 सीटें मिलने का अनुमान है और इंडिया गठबंधन को सिर्फ 6 सीटें मिल सकती हैं.
साफ है कि जनता ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया है. वे एक बार फिर एनडीए को सरकार बनाते हुए देखना चाहते हैं. इंडिया गठबंधन का ज्यादा प्रभाव यूपी-बिहार में देखने को नहीं मिला है.
“मोदी बड़ा फैक्टर…”
The Hindkeshariके एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में भी चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन हो सकता है. इसका फायदा लोकसभा चुनाव पर भी देखने को मिलेगा. दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपाी अच्छा प्रदर्शन करेगी. बीजेपी की ऐतिहासिक जीत होगी. जीत में मोदी बड़ा फैक्टर होगा. एग्जिट पोल का असर सोमवार को शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है. एग्जिट पोल्स के अनुसार नरेंद्र मोदी हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. लोकसभा की कुल 543 सीटें हैं. बहुमत के लिए 272 सीटें जरूरी हैं. The Hindkeshariपोल आफ पोल्स के आकलन के मुताबिक, एनडीए को 365 सीटें, इंडिया गठबंधन को 146 सीटें और अन्य को 32 सीटें मिलने की संभावना है.
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