NDA गठबंधन को कोई खतरा नहीं, हम सब चट्टान की तरह खड़े : The Hindkeshariसे बोले जीतन राम मांझी

नई दिल्ली:
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने शनिवार को The Hindkeshariसे खास बातचीत में कहा कि, एनडीए (NDA) गठबंधन को कोई खतरा नहीं है. हम सब चट्टान की तरह खड़े हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी एनडीए सरकार पिछली दो सरकारों से भी अधिक मजबूती के साथ काम करेगी. बिहार की राजनैतिक पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा एनडीए का हिस्सा है.
मोदी सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. शुक्रवार को हुई NDA की बैठक में जीतन राम मांझी भी मौजूद थे. उन्होंने दशरथ मांझी को याद किया था. उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी ने छैनी हथौड़े से पहाड़ तोड़कर रास्ता निकाला. क्या मकसद था आपका यह बताने का. क्या यह जो NDA बना है इसके लिए रास्ता बहुत कठिन है और धीरे-धीरे सबको इकट्ठे होकर रास्ता बनाना है? The Hindkeshariके सवाल पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि, मैं नहीं समझता हूं कि वर्तमान में एनडीए का जो स्वरूप है उसमें किसी प्रकार का कोई खतरा है. बल्कि जितनी नरेंद्र मोदी जी की पहली और दूसरा पाली रही है, उससे ज्यादा मजबूत होकर काम करने की बात है, इरादा नेक है. भारत की जो 12-ो3 वें पायदान की आर्थिक स्थिति थी उसको दो टर्म में इन्होंने पांचवे पायदान पर लाने का काम किया है.
हम छोटी पार्टी, लेकिन संकल्प के धनी
जीतनराम मांझी ने कहा कि, पीएम मोदी ने संकल्प व्यक्त किया है कि हम हर हालत में 2024 से 2029 के बीच भारत की आर्थिक व्यवस्था को संसार में तीसरे पायदान पर ले आएंगे. हमने भी उनसे कहा कि भाई हम छोटी पार्टी हैं, ये अलग बात है, लेकिन हम लोग संकल्प के धनी हैं. हम उस परिवार से आए हैं जिसने भूखे प्यासे रहकर, साधन विहीन होकर 22 बरस 6 महिने में पहाड़ खोद डाला. उसी निश्चय वाले पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के खानदान के हैं. एक बार जब हमने समर्थन पत्र दे दिया और कह दिया तो हम नरेंद्र भाई मोदी जी के साथ उसी तरह चट्टान की तरह उनके साथ हैं.
केसी त्यागी एनडीए के प्रवक्ता नहीं
लेकिन इंडी गठबंधन तोड़फोड़ करने की कोशिश कर रहा है. जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार को इंडी गठबंधन ने प्रधानमंत्री पद का ऑफर कर दिया है? इस सवाल पर मांझी ने कहा कि, देखिए यह सब व्यक्तिगत बातें हैं. यहां गठबंधन है, गठबंधन में मीटिंग में कोई बात हो तब एक बात भी है. कोई व्यक्तिगत तौर पर कुछ बोल देता है तो उसका कोई मायने नहीं रहता है. इसीलिए हमने कहा था अभी, सुझाव के रूप में कहा कि गठबंधन धर्म का यही कानून होना चाहिए कि जो भी बात हो, वह गठबंधन की बैठक में होनी चाहिए. नीति निर्णायक समिति होती है, उसमें होनी चाहिए. बाहर प्रेस और मीडिया के माध्यम से नहीं होनी चाहिए. इसीलिए उनकी जो भी बातें हैं उसको हम लोग तवज्जो नहीं देते हैं और उसका कोई महत्व नहीं है. हम कह सकते हैं कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में NDA की तीसरी बार जो सरकार शपथ ग्रहण करने जा रही है, यह दोनों पारियों से मजबूत स्थिति में उभरेगी, क्योंकि इरादा नेक है.
क्या आपको लग रहा है, मीडिया में बात करके केसी त्यागी जी कोई प्रेशर टेक्टिक अपना रहे हैं. अग्निवीर की भी बात भी उन्होंने इससे पहले की थी? सवाल पर मांझी ने कहा कि, अग्निवीर की बात की थी तो फिर पीछे उन्होंने सुधारी न अपनी बात को. उसी इस प्रकार की बात बोल रहे हों तो फिर सुधार देंगे, उनकी बात का तो कोई महत्व नहीं होना चाहिए, क्योंकि गठबंधन की बात है. वे गठबंधन के स्पोक्समेन नहीं हैं.
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