भारत के शीर्ष नौकरशाह बनने की राह में ये तीन दावेदार; कैबिनेट सचिव के पद पर इतिहास बनना तय

Cabinet Secretary Posting : देश के सर्वोच्च नौकरशाही पद पर इस बार इतिहास बनना तय है. कैबिनेट सचिव राजीव गौबा (Cabinet Secretary Rajiv Gauba) अगर अगस्त में अपना कार्यकाल समाप्त होने पर पद छोड़ेंगे तो इतिहास रचेंगे. 1982 बैच के झारखंड कैडर के अधिकारी तब भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले कैबिनेट सचिव होंगे. वह अपने पूर्ववर्ती पीके सिन्हा का रिकॉर्ड तोड़ देंगे, जो चार साल से कुछ अधिक समय तक पद पर रहे थे. गौबा से पदभार ग्रहण करने की दौड़ में शामिल अधिकारी भी इतिहास रच सकते हैं, यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) उनमें से किसी पर भी ध्यान दें.
टीवी सोमनाथन क्यों रेस में?
इस रेस में सबसे आगे चल रहे तमिलनाडु कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी टीवी सोमनाथन को अप्रैल 2021 में पीएम के नेतृत्व वाली नियुक्ति समिति द्वारा वित्त सचिव नियुक्त किया गया था. टीवी सोमनाथन का लंबा कार्यकाल विश्व बैंक में था. टीवी के वित्तीय कौशल का इतना सम्मान किया था कि विश्व बैंक के तत्कालीन चीफ ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) से उन्हें निर्धारित समय से आगे विश्व बैंक में काम करने देने का अनुरोध किया था. मनमोहन सिंह ने उस अनुरोध स्वीकार कर लिया था. यही मुख्य कारण हो सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी मौजूद वित्त सचिव पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और उन्हें उससे भी बड़ा पद दे सकते हैं. पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन को टॉप फोकस पर रखे हुए हैं.
टीवी का वो किस्सा
दिलचस्प बात यह है कि अपनी बेदाग ईमानदारी के लिए जाने जाने वाले सोमनाथन का अपने करियर की शुरुआत में जयललिता (Jayalalithaa) के साथ कड़वाहट भरा झगड़ा हुआ था, जब वह तमिलनाडु की मुख्यमंत्री थीं. उन्होंने उनके द्वारा संभाले गए एक विषय पर सतर्कता जांच का आदेश दिया था और मुख्यमंत्री इतनी नाराज थीं कि उन्होंने उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए राज्य से मुक्त करने से भी इनकार कर दिया. हाल ही में वित्त सचिव ने सभी सचिवों द्वारा कैबिनेट में शुद्ध हिंदी में बोलकर अपने सहयोगियों को चकित कर दिया था.
राजीव कुमार क्यों दावेदार?
सूत्रों के अनुसार, शीर्ष पद के लिए एक अन्य उम्मीदवार पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात के मुख्य सचिव राज कुमार हैं. पीएम मोदी के केंद्र में कार्यभार संभालने के कुछ महीनों बाद राज कुमार 2015 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आए. केंद्र सरकार में राज कुमार की आखिरी पोस्टिंग बेहद चुनौतीपूर्ण और संवेदनशील थी. वह रक्षा मंत्रालय में रक्षा उत्पादन सचिव थे. केंद्र में उत्कृष्ट कार्यकाल के बाद वह 2021 में अपने मूल कैडर गुजरात लौट आए. उनकी वापसी के बाद गुजरात सरकार ने उन्हें संवेदनशील गृह विभाग का प्रभार दिया. पिछले साल जनवरी में उन्हें मुख्य सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया था. एक बेहद शानदार नौकरशाह के रूप में प्रतिष्ठित राज कुमार उत्तर प्रदेश के बदायूं के रहने वाले हैं. उनके बैच के साथियों के अनुसार, उनके पक्ष में एक बड़ा कारक दूसरों से कहीं अधिक प्रधानमंत्री का उन पर विश्वास है.
विनी महाजन क्यों फिट?
दौड़ में तीसरी अधिकारी विनी महाजन हैं. यदि प्रधानमंत्री उन्हें नियुक्त करते हैं, तो यह इतिहास बनेगा, क्योंकि वह भारत की पहली महिला कैबिनेट सचिव होंगी, क्योंकि यह पद स्वतंत्रता से पहले बनाया गया था. विनी महाजन अत्यधिक संवेदनशील सीमावर्ती राज्य पंजाब की मुख्य सचिव थीं, जो उनका गृह कैडर था. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की करीबी माने जाने वाले अधिकारी को राज्य कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अपनी ही सरकार के खिलाफ आधी रात को तख्तापलट के बाद हटा दिया गया था. दूसरी पीढ़ी की नौकरशाह विनी महाजन पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव की बेटी हैं. वह अपनी तर्कसंगत सोच और व्यवस्थित योजना के लिए जानी जाती हैं. इन तीनों में से महाजन प्रधानमंत्री कार्यालय के कामकाज का व्यापक अनुभव रखने वाली एकमात्र महिला हैं, जिन्होंने मनमोहन सिंह के कार्यकाल में पीएमओ में लंबे समय तक कार्य किया है. तीनों प्रथम प्रयास के आईएएस अधिकारी हैं, तीनों अपने बैच में सबसे कम उम्र के हैं और इनमें से दो मुख्य सचिव रह चुके हैं. साथ ही, ये तीनों बेहद साफ-सुथरी छवि के लिए जाने जाते हैं.