लोकसभा चुनाव परिणाम : इन दलबदलुओं को रास नहीं आई BJP, जानिए किस-किसको जनता ने नकारा

ज्योति मिर्धा
राजस्थान की हॉट सीट नागौर से भाजपा में शामिल ज्योति मिर्धा चुनाव हार गई हैं. उन्हें इंडिया अलायंस की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने 42,225 मतों से हराया. बेनीवाल को 5,96,955 और मिर्धा को 5,54,730 मत मिले. ज्योति मिर्धा संविधान को लेकर दिए गए बयान की देशभर में चर्चा हुई थी और इसे लेकर कांग्रेस ने भाजपा को देशभर में मुद्दा बनाया था. मिर्धा नागौर से ही कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं. चुनाव से पहले मिर्धा भाजपा में शामिल हुई थीं और पार्टी ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था. वहीं बेनीवाल 2019 के चुनाव में एनडीए के साथ थे, लेकिन किसानों के मुद्दे को लेकर अलग हो गए थे. उन्होंने 2019 का चुनाव में भी मिर्धा को ही हराया था.
परनीत कौर
पटियाला लोकसभा सीट से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर को चुनाव मैदान में उतारा था. हालांकि परनीत कौर यह चुनाव हार गईं. वह इस मुकाबले में डॉ. धर्मवीर गांधी और डॉ. बलबीर सिंह के बाद तीसरे नंबर पर रहीं. पटियाला लोकसभा सीट से परनीत कौर चार बार सांसद रह चुकी हैं और इस सीट पर उनके परिवार का काफी प्रभाव माना जाता है. उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर 2023 में भाजपा का दामन थाम लिया था.
तापस रॉय
पश्चिम बंगाल के नतीजे भाजपा के लिए उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहे हैं. पार्टी को यहां पर 42 सीटों में से सिर्फ 12 पर जीत मिली है. वहीं कोलकाता उत्तर से तापस रॉय 92560 वोटों से चुनाव हार गए हैं. उन्हें तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने हराया. बंदोपाध्याय को 4,54,696 और रॉय को 3,62,136 मत मिले. तापस रॉय तृणमूल कांग्रेस छोड़कर इसी साल मार्च में भाजपा में शामिल हुए थे. नगर निगम भर्ती में कथित अनियमितताओं को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने इसी साल 12 जनवरी को उनके आवास पर छापा मारा था.
कोथापल्ली गीता
आंध्र प्रदेश में भाजपा, तेलुगु देशम और जनसेना पार्टी के गठबंधन को जबरदस्त सफलता मिली, लेकिन अराकू से भाजपा उम्मीदवार कोथापल्ली गीता को जनता ने नकार दिया. उन्हें वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की गुम्मा थनूजा रानी ने 50580 वोटों से शिकस्त दी है. रानी को जहां 4,77,005 वोट मिले, वहीं गीता पर 4,26,425 मतदाताओं ने भरोसा जताया. 2019 में कोथापल्ली गीता भाजपा में शामिल हो गईं थीं. तीन साल बाद गीता और उनके पति को सीबीआई की एक विशेष अदालत ने बैंक बैंक धोखाधड़ी मामले में दोषी ठहराया और पांच साल जेल की सजा सुनाई. हालांकि तेलंगाना हाईकोर्ट ने उनकी सजा को निलंबित कर दिया था.
गीता कोड़ा
झारखंड के सिंहभूम से भाजपा उम्मीदवार गीता कोड़ा को हार झेलनी पड़ी है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को जोबा माझी ने 1,68,402 वोटों से करारी शिकस्त दी है. जोबा माझी को 5,20,164 और गीता कोड़ा को 3,51,762 मत मिले. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले गीता कोड़ा भाजपा में शामिल हुई थीं. 2019 में उन्होंने इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था.
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