"यह घिनौनी राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलेगी": अरविंद सावंत की बदजुबानी पर शाइना एनसी
Shaina NC Arvind Sawant Row: अरविंद सावंत की बदजुबानी से शाइना एनसी काफी दुखी हैं.
Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में मुंबादेवी विधानसभा सीट से सत्तारूढ़ शिवसेना की उम्मीदवार शाइना एनसी (Shaina NC) अपने खिलाफ उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता अरविंद सावंत ( Arvind Sawant) की बदजुबानी को भूल नहीं पा रही हैं. The Hindkeshariसे बातचीत में उन्होंने महिला सम्मान के विषय पर शिवसेना (यूबीटी) से अपना आधिकारिक रुख स्पष्ट करने की मांग की. शाइना पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ थीं. वह हाल में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना में शामिल हुईं हैं. वह मुंबई की मुंबादेवी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं. उन्हें कांग्रेस के अमीन पटेल के खिलाफ मैदान में उतारा गया है.
शाइना ने दावा किया कि जब सावंत ने यह ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी की तो कांग्रेस से उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार अमीन पटेल हंसने लगे. उन्होंने पूछा कि क्या वह उसी तरह प्रतिक्रिया देते यदि यह टिप्पणी उनके धर्म या समुदाय की किसी महिला के लिए की गई होती? शुक्रवार को शाइना ने इस संबंध में सावंत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसके बाद अरविंद सावंत ने शाइना पर की गई अपनी कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए शनिवार को माफी मांग ली थी.
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मैं कोई इंपोर्टेंट माल नहीं हूं, देश की जनता और मुंबा देवी की जनता यह देख रही है. इस बयान का परिणाम उन्हें जरूर मिलेगा. महिलाओं पर इस प्रकार टिप्पणी करने की यह घिनौनी राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलेगी.बीजेपी और महायुती एक परिवार है, बड़े नेता अपने सभी बागी उम्मीदवारों को वापस लाने की कोशिश करेंगे और इस पर मंथन किया जा रहा है.
इससे एक दिन पहले शाइना ने पूछा था, ‘‘(कांग्रेस नेता) प्रियंका गांधी वाड्रा कहती हैं ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’. विपक्षी नेता अब चुप क्यों हैं? शरद पवार, उद्धव ठाकरे और नाना पटोले (कांग्रेस के) प्रतिक्रिया क्यों नहीं दे रहे हैं?” उन्होंने पूछा कि अगर संजय राउत का दावा है कि सावंत ने कुछ भी गलत नहीं कहा तो महिला सम्मान पर शिवसेना और एमवीए का आधिकारिक रुख क्या है? शनिवार को राउत ने सावंत का बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने केवल इतना कहा था कि वह एक ‘‘बाहरी माल” हैं और वह कहीं बाहर से मुंबई आई हैं. राउत ने कहा था, ‘‘अगर वह ‘आयातित माल’ हैं, तो महिलाओं का अपमान करने का सवाल ही कहां है? आपने सोनिया गांधी जी, प्रियंका गांधी वाड्रा जी के बारे में क्या कहा… अगर आप पिछले 10-15 सालों में (भाजपा के) बयानों को देखें तो.”राज्यसभा सदस्य ने कहा था कि इसे मुद्दा बनाने की कोई जरूरत नहीं है.