देश

देश के वो राज्य, जहां आसमान बरसा रहा आग के गोले; जानें- अगले 5 दिन कैसा रहेगा मौसम

छिटपुट बारिश का अनुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि कम से कम अगले दो दिनों तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. मौसम विज्ञानियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को भारत के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में एक नये पश्चिमी विक्षोभ की संभावना है, जिससे सप्ताहांत में क्षेत्र में छिटपुट बारिश हो सकती है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने मई के उत्तरार्ध के दौरान पश्चिमी विक्षोभ की अनुपस्थिति को उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में लू की स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया.  पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर के ऊपर बनने वाली अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय मौसम प्रणालियां हैं और पश्चिम से पूर्व की ओर बढ़ती हैं. 

कई राज्यों में लू की स्थिति
आईएमडी ने कहा, ‘‘आज, राजस्थान, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के अधिकांश हिस्सों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कई हिस्सों और बिहार और हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की स्थिति बनी हुई है.’

इसमें कहा गया है कि विदर्भ के कई इलाकों, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति भी बनी रही.

Advertisement


Latest and Breaking News on NDTV

मौसम कार्यालय ने कहा कि अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में रात में भी गर्मी का प्रकोप जारी रहने की संभावना है. भीषण गर्मी के कारण हरियाणा सरकार ने सरकारी और निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां मंगलवार तक के लिए बढ़ा दी हैं. 

बिजली और पानी की कमी
भीषण गर्मी के चलते बिजली की मांग बढ़ गई है और कई हिस्सों में बिजली और पानी की कमी पैदा हो गई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कि भारत के 150 प्रमुख जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले सप्ताह उनके कुल भंडारण का केवल 24 प्रतिशत रह गया, जिससे कई राज्यों में पानी की कमी बढ़ गई और जलविद्युत उत्पादन पर असर हुआ है.

यह भी पढ़ें :-  गैस चैंबर बन गई दिल्ली, AQI हुआ 480, पॉल्यूशन से ब्रेन स्ट्रोक और हार्टफेल का बढ़ा खतरा

ये भी पढें:- 
Explainer: ‘भट्टी’ क्यों बन रहे दिल्ली समेत ये 6 बड़े शहर? 10 साल के आंकड़ों से समझिए गर्मी का कैसे बदला मिजाज


Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button