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तिहाड़ जेल एक बार फिर बनी जंग का अखाड़ा, बदले की आग में 2 कैदियों पर जानलेवा हमला

तिहाड़ जेल में कैदियों के बीच मारपीट.


दिल्ली:

दिल्ली के हाई सिक्योरिटी तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में एक बार फिर से कैदियों पर हमले की घटना सामने आई है. बदले की आग में जल रहे कैदियों ने जेल के ही दो अन्य कैदियों पर हमला कर दिया. इस हमले लवीश और लवली नाम के दो कैदी बुरी तरह से घायल हो गए हैं. मारपीट की ये घटना शुक्रवार को जेल के फोन रूम में हुई है. जेल में लोकेश नाम के कैदी पर हमले का आरोप है. दरअसल लवली और लवीश लोकेश के भाई की हत्या के आरोप में जेल में थे बंद हैं. भाई के आरोपियों से बदला लेने के लिए लोकेश ने जेल के भीतर ही हमले का प्लान बना लिया. इस साजिश में उसने अपने साथी हिमांश और अभिषेक को भी शामिल कर लिया. 

तिहाड़ में कैदियों पर जानलेवा हमला

लोकेश ने मौका देखते ही अपने साथियों संग मिलकर लवली और लवीश पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले के वक्त दोनों कैदी फोन पर बात कर रहे थे. घायल हालत में दोनों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, खतरे से बाहर होने के बाद एक कैदी को अस्पताल से वापस जेल भेज दिया गया. एक कैदी का इलाज अब भी चल रहा है. 

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अप्रैल में भी कैदियों के बीच हुई थी मारपीट

सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैदियों संग मारपीट की ये कोई पहली घटना नहीं है. पहले भी इस तरह की घटनाएं और गैंगवार सामने आते रहे हैं. इससे पहले अप्रैल महीने में भी तिहाड़ में मारपीट की घटना सामने आई थी. वर्चस्व की जंग को लेकर तीन कैदियों के दो गुटों के बीच मारपीट हो गई थी. धारदार हथियार के हमले में चार कैदी घायल हो गए थे. 

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तिहाड़ में जबरन वसूली के मामले भी उठते रहे हैं

तिहाड़ जेल में मारपीट के अलावा जबरन वसूले का मामला भी उठता रहा है. हाई कोर्ट के आदेश पर इस मामले की सीबीआई ने जांच भी की. अगस्त, 2021 में अंकित गुर्जर नाम के कैदी की हत्या कर दी गई थी. यह मामला जबरन वसूली से जुड़ा बताया गया था. हालांकि जांच एजेंसी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में कहा था कि जबरन वसूली से मौत का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला. 



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