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आज का भारत सबके साथ, सबके बारे में सोचता है : PM मोदी का पोलैंड में भारतीयों को संबोधन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पोलैंड की दो दिवसीय यात्रा पर वारसॉ पहुंच गए हैं. पिछले 45 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है. प्रधानमंत्री मोदी ने रवाना होने से पहले अपने बयान में कहा था, “पोलैंड की मेरी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब हमारे राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ है. पोलैंड मध्य यूरोप में एक प्रमुख आर्थिक साझेदार है. लोकतंत्र और बहुलवाद के प्रति हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता हमारे संबंधों को और मजबूत बनाती है.”

प्रधानमंत्री मोदी का वारसॉ में औपचारिक स्वागत किया गया. वे गुरुवार को राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. उनका पोलैंड में भारतीय समुदाय से भी मिलने का कार्यक्रम है. पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए भारत और पोलैंड के बीच के रिश्तों के बारे में चर्चा कर रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा, आप सभी पोलैंड के अलग-अलग हिस्सों से आए हैं. सबकी अलग-अलग भाषाएं हैं, बोलियां हैं, खान-पान है, लेकिन आप सभी भारतीयता के भाव से जुड़े हुए हैं. आपने यहां इतना शानदार स्वागत किया है, मैं आप सभी का, पोलैंड की जनता का इस स्वागत के लिए बहुत आभारी हूं.

21वीं सदी का भारत अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. आज दुनिया, भारत को उन खूबियों के कारण जानती है, जिसे भारतीयों ने दुनिया के सामने साबित किया है.

World War II के दौरान, जब पोलैंड मुश्किलों से घिरा हुआ था, जब पोलैंड की हजारों महिलाएं और बच्चे शरण के लिए जगह-जगह भटक रहे थे, तक जाम साहब, दिग्विजय सिंह रणजीत सिंह जाडेजा जी आगे आए. 

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उन्होंने महिलाओं और बच्चों के लिए एक विशेष कैंप बनवाया था और उन्होंने कैंप की महिलाओं और बच्चों से कहा था कि जैसे जामनगर के लोग मुझे बापू कहते हैं, वैसे मैं आपका भी बापू हूं.

PM मोदी की प्रमुख बातें

  1. आज दुनिया भारत को विश्वबंधु के रूप में सम्मान दे रही.
  2. हमारे जाम साहब को हर कोई गुड महाराजा के नाम से जानता है.
  3. जाम साहब के बनाए रास्ते को पोलैंड ने जीवंत रखा है.
  4. गुजरात के भूकंप में जामनगर चपेट में आया था, पोलैंड ने गुजरात के भूकंप में मदद की थी.
  5. भारत एक कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है.
  6. भारत के बारे में पोलैंड के युवा जानेंगे.
  7. महाराष्ट्र के लोगों ने पोलैंड के लोगों की मदद की थी.
  8. आज का भारत अपनी विरासत पर गर्व करता है.
  9. किसी देश पर संकट आए भारत मदद के लिए आगे रहता है.
  10. कोविड में भारत ने मानवता दर्शाई.
  11. कोविड में 150 से ज़्यादा देशों को हमने दवाइयां भेजीं.
  12. भारत के लिए मानवता सबसे पहले है.
  13. भारत दुनियाभर के नागरिकों की मदद करता है.
  14. युद्ध नहीं, शांति पर विश्वास करता है भारत.
  15. भारत बुद्ध की विरासत वाली धरती है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को पोलैंड पहुंचने के बाद वारसॉ में डोबरी महाराजा स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नवानगर के जाम साहब दिग्विजय सिंहजी रणजीत सिंहजी जडेजा के दयालुता के उल्लेखनीय कार्य के सम्मान में बनाया गया है. डोबरी महाराजा का मतलब होता है अच्छा महाराजा.
  1. ये एकजुट होने का समय है.
  2. पोलैंड की सरकार ने वीजा के बंधनों को भी हटाया.
  3. पोलैंड ने हमारे बच्चों के लिए दरवाजे खोले.
  4. मैं भारतीयों की तरफ से आपका अभिनंदन करता हूं.
  5. भारत और पोलैंड में अनेक समानताएं.
  6. भारत के लोगों का लोकतंत्र पर अटूट भरोसा.
  7. भारत के ये चुनाव इतिहास के सबसे बड़े चुनाव थे.
  8. हम भारतीय विविधता को जीना भी जानते हैं.
  9. भारतीय भाषाओं को पढ़ने वाले यहां अनेक लोग.
  10. पोलैंड और भारत का जुड़ाव कबड्डी से भी है.
  11. 24 अगस्त से फिर कबड्डी की चैंपियनशिप होने जा रही है.
  12. भारत ने लक्ष्य तय किया है, 2047 तक विकसित भारत बनेगा.
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यह प्रतिमा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सैकड़ों पोलिश बच्चों को शरण देने के ‘डोबरी महाराजा’ के दयालु भाव के सम्मान में बनाई गई थी, जो भारत और पोलैंड के बीच संबंधों में सबसे अधिक प्रेरक अध्यायों में से एक है और जिसका दोनों देशों के बीच संबंधों पर स्थायी प्रभाव पड़ा है.

भारत सबके साथ है

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, आज का भारत सबके साथ है, सबके हित की सोचता है. हमें गर्व है कि भारत पूरी दुनिया को सम्मान दे रही है. आज के भारत की नीति सारे देशों से समान रूप से नजदीकी बनाओ. आज का भारत सबके साथ, सबके बारे में सोचता है 

पीएम मोदी ने पोलैंड में स्वागत को लेकर कहा, आपने जो स्वागत किया है, मैं उसके लिए आभारी हूं. पीएम मोदी ने कहा, 45 साल बाद भारत का कोई पीएम पोलैंड आया है. उन्होंने कहा, आज परिस्थितियां बदल रही हैं. भारत की नीति सभी देशों को साथ में लेकर चलने का है. दशकों तक, भारत की नीति थी कि सारे देशों से समान दूरी बनाए रखो, जबकि आज के भारत की नीति है, सारे देशों से नजदीकी बनाओ. 

आज का भारत सबसे जुड़ना चाहता है, आज का भारत सबके विकास की बात करता है, आज का भारत सबके साथ है, सबके हित की सोचता है.  हमें गर्व है कि आज दुनिया, भारत को विश्व बंधु के रूप में सम्मान दे रही है.

भारत Mother of Democracy है

भारत Mother of Democracy तो है ही इसके साथ ही भारत Participative और Vibrant Democracy भी है. भारत के लोगों का Democracy पर अटूट भरोसा है. ये भरोसा हमने हाल के चुनावों में भी देखा है. ये इतिहास का सबसे बड़ा चुनाव था. हम भारतीयों की एक पहचान empathy भी है. दुनिया के किसी भी देश में संकट आए, भारत पहला देश होता है, जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है. कोविड आया, तो भारत ने कहा- Humanity first. हमने दुनिया के 150 से अधिक देशों को दवाइयां और वैक्सीन भेजी.

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दुनिया में कहीं भी भूकंप आता है, कोई आपदा आती है, भारत का एक ही मंत्र है- Humanity first. कहीं युद्ध हो, तो भारत कहता है- Humanity first और इसी भाव से भारत, दुनियाभर के नागरिकों की मदद करता है. 21वीं सदी का भारत अपनी विरासत पर गर्व करते हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है.आज दुनिया, भारत को उन खूबियों के कारण जानती है, जिसे भारतीयों ने दुनिया के सामने साबित किया है.

 


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