ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के पिता को कोर्ट से इन शर्तों के साथ मिली जमानत
नई दिल्ली:
पुणे की एक अदालत ने भूमि विवाद के बाद बंदूक की नोक पर किसानों को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में विवादास्पद प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पिता दिलीप कोंडीबा खेडकर को 25 जुलाई तक अंतरिम जमानत दे दी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एएन मारे ने शुक्रवार दोपहर इस संबंध में आदेश पारित किया. हालांकि, उन्हें जमानत कुछ शर्तों के साथ दी गई हैं.
- दिलीप कोंडिबा खेडकर को पौड पुलिस स्टेशन में दर्ज अपराध संख्या 302/2024 के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 504, 506, 143, 144, 147, 148 के साथ धारा 149 और शस्त्र अधिनियम की धारा 3(25) के तहत दंडनीय अपराध के लिए रिहा किया जाता है, उन्हें 30,000/- रुपये के पीबी और समान राशि में एक या अधिक जमानत पर रिहा किया जाता है.
- आवेदक किसी भी संचार माध्यम से मामले में मुखबिर या किसी अन्य गवाह से संपर्क नहीं करेगा और उन्हें प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेगा.
- आवेदक जांच में जांच एजेंसी का सहयोग करेगा.
- आवेदक को आज से 7 दिनों के भीतर अपने स्थायी आवासीय पते और संपर्क नंबर के साथ-साथ अपने दो करीबी रिश्तेदारों के स्थायी आवासीय पते और संपर्क नंबर जांच अधिकारी या संबंधित पुलिस स्टेशन के प्रभारी को उपलब्ध कराने होंगे.
- अंतरिम आदेश अगली तारीख तक लागू रहेगा.
- राज्य को नोटिस जारी करें R/o.25/07/2024.
पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर को मिली जमानत पूजा खेडकर की मां के किसानों को धमकी देने वाले वीडियो के मामले में दिलीप खेडकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था,कल पुणे जिला अदालत में दिलीप खेड़कर द्वारा अग्रिम जमानत अर्ज़ी डाली गई थी.
क्या है पूरा मामला
महाराष्ट्र में तैनात ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. ट्रेनी आईएएस पर सबसे प्रमुख आरोप है कि उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने के लिए दिव्यांग होने का गलत दावा किया था. अब खुलासा हुआ है कि उन्होंने अपनी दिव्यांगता को साबित करने के लिए अगस्त 2022 में पुणे में आवदेन दिया था. लेकिन जांच करने वाले डॉक्टरों ने उन्हें खारिज कर दिया और कहा कि “यह संभव नहीं है.
फर्जीवाड़े के मामले में घिरीं ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. अब उनका परिवार भी जांच के दायरे में हैं. पूजा खेडकर की मां मनोरमा को पुणे ग्रामीण पुलिस ने किसानों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, मनोरमा खेडकर रायगढ़ के महाड के एक लॉज में नाम बदलकर रुकी थीं. लॉज के रूम में उनके साथ कैब ड्राइवर भी था. मनोरमा ने उसे अपना बेटा बताया था.
सूत्रों ने The Hindkeshariको बताया कि ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक लॉज में रूम बुक करने के लिए फेक आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसने लॉज तक पहुंचने के लिए एक प्राइवेट कैब हायर की थी. मनोरमा कैब ड्राइवर के साथ एक ही रूम में ठहरी हुई थी.