ट्र्रंप Vs कमला: दोनों ने बोला बहुत कुछ, लेकिन कौन कितना सच्चा? जानिए
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Elections 2024) में महज 8 हफ्ते बाकी बचे हैं. चुनाव से पहले आज डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच डिबेट हुई. इस तीखी बहस के दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग भी खूब देखी गई. इस बात पर भी बहस हुई कि राष्ट्रपति दावेदारों के पास अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए क्या प्लान और दृष्टिकोण है. इस दौरान कमला हैरिस और ट्रंप (Trump Kamala Harris) दोनों ने ही अपनी-अपनी योजना बताई. दोनों ने ही ट्रंप और हैरिस कार्यालय को लेकर एक-दूसरे के रिकॉर्ड के बारे में न सिर्फ दावे किए बल्कि चुनाव में जीत हासिल करने की अपनी योजनाओं के बारे में भी बहुत कुछ कहा. इनमें से कुछ दावों की सच्चाई जांची गई है.
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पहला फेक्ट चेक- अर्थव्यवस्था
कमला हैरिस से जब पूछा गया कि क्या अमेरिका चार साल पहले की तुलना में अब बेहतर स्थिति में हैं. इस पर कमला हैरिस ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया. उन्होंने ट्रंप पर डेमोक्रेट्स को छोड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि “महामंदी के बाद अमेरिका बेरोजगारी की सबसे खराब स्थिति था. यह बहुत ही डरा देने वाला था. अप्रैल 2020 में बेरोजगारी 14.8 प्रतिशत बढ़ गई, क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से अमेरिका में बंद हो गया था. तब ट्रंप कार्यालय ने बेरोजगारी दर 6.4 प्रतिशत बताई थी.
दूसरा फेक्ट चेक- मुद्रास्फीति
कमला हैरिस ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो वह हर परिवार के एक पात्र बच्चे के लिए 6,000 डॉलर तक का टैक्स क्रेडिट देंगी और छोटे बिजनेस के लिए 50,000 डॉलर की टैक्स कटौती की पेशकश करेंगी. उन्होंने दावा किया कि डोनाल्ड ट्रंप तो अरबपतियों और कॉरपोरेट्स का ही फेवर करेंगे. हैरिस ने कहा कि ट्रंप सेल्स टैक्स की प्लानिंग कर रहे हैं, जिससे आम जनता को नुकसान होगा.
वहीं ट्रंप ने उनके दावे का खंडन करते हुए कहा कि जो बाइडेन प्रशासन ने अमेरिकी इतिहास में सबसे ज्यादा मुद्रास्फीति की शुरुआत की. उन्होंने कुछ चीजों पर टैक्स 21 प्रतिशत और 60 प्रतिशत तक बढ़ा दिया, यह गलत है. उन्होंने कहा कि महंगाई दर फिलहाल 2.9 फीसदी है. 2022 में बाइडेन सरकार में मुद्रास्फीति 9.1 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी.
तीसरा फेक्ट चेक- इमिग्रेशन और माइग्रेंट क्राइम
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि वेनेज़ुएला जैसे देशों के मेंटल इंस्ट्रीट्यूट्स और पागलखानों से लाखों लोग अमेरिका में घुस रहे हैं और अपराध कर रहे हैं. उन्होंने उस वायरल दावे का फिर से जिक्र करते हुए कहा कि प्रवासी स्प्रिंगफील्ड, ओहियो समेत अन्य जगहों पर पालतू जानवरों को खा रहे हैं. ये लोग स्प्रिंगफील्ड में कुत्तों और बिल्लियों और अन्य पालतू जानवरों को खा रहे हैं. जब कि पुलिस और स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि जानवरों की हत्या की कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं है.
2022 के एफबीआई डेटा के मुताबिक, अमेरिका में हिंसक और संपत्ति क्राइम दशकों में अपने सबसे निचले स्तर पर हैं, सबसे हालिया वर्ष के आंकड़े भी मौजूद हैं. जून 2023 में एक स्टडी में पाया गया था कि 1960 के बाद से सभी क्षेत्रों के अप्रवासियों के बीच कैद की दर में गिरावट आई है. अन्य स्टडी में सामने आया है कि प्रवासी, अमेरिकी नागरिकों की तुलना में कम हिंसक अपराध करते हैं. 2024 के पहले तीन महीनों के एफबीआई आंकड़े भी साल-दर-साल हिंसक और संपत्ति अपराध में 15 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.
चौथा फेक्ट चेक- गर्भपात
डोनाल्ड ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट में तीन कंजर्वेटिव जजों को नियुक्त किया, जिन्होंने जो कि गर्भपात की गारंटी देने वाली मिसाल रो बनाम वेड को पलट दिया. उन्होंने इस मुद्दे पर डेमोक्रेट को “कट्टरपंथी” कहा उन्होंने दावा किया कि उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार टिम वाल्ज़ ने “जन्म के बाद एग्जीक्यूशन, ये एग्जीक्यूट है, लंबे समय तक गर्भपात – क्योंकि बच्चे का जन्म ठीक है, और यह मेरे लिए ठीक नहीं है. का समर्थन किया. जब कि यह गलत है क्यों कि कोई भी राज्य बच्चे के जन्म के बाद उसे मारने की इजाजत नहीं देता. यह शिशुहत्या है, जो पूरे अमेरिका में अवैध है.
डिबेट मॉडरेटर लिन्से डेविस ने डोनाल्ड ट्रंप को सही करते हुए कहा: “इस देश में ऐसा कोई राज्य नहीं है, जहां बच्चे के जन्म के बाद उसे मारना कानूनी हो. कमला हैरिस ने कहा कि कोई भी अमेरिकी महिला गर्भवती होने पर अबॉर्शन के लिए नहीं कह रही, ऐसा नहीं हो रहा है.
कमला हैरिस ने दावा किया: “अगर डोनाल्ड ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो वह नेशनल अबॉर्शन बैन पर साइन कर देंगे. जिस पुर ट्रंप ने कहा कि मैं चुने गए, तो वह राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध पर हस्ताक्षर करेंगे।” लेकिन पूर्व राष्ट्रपति ने तुरंत जवाब दिया कि, “मैं बैन पर साइन नहीं करूंगा., यह मु्द्दा राज्यों का है.
पांचवां फ़ैक्ट चेक- अफ़ग़ानिस्तान पर
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में “85 बिलियन डॉलर” के उपकरण छोड़े हैं. ट्रंप का यह दावा गलत बताया जा रहा है. वास्तविक आंकड़ा उससे बहुत कम है. जब तालिबान ने 2021 में अफगानिस्तानी सरकार को गिरा दिया था तो उसे तत्कालीन सरकार को दिया गया अमेरिका का सैन्य हार्डवेयर विरासत में मिल गया. अमेरिकी कांग्रेस को बताया गया था कि करीब 7 अरब डॉलर के अमेरिकी सैन्य उपकरण अफगानिस्तान में और तालिबान के पास हैं.
कमला हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति रहते ट्रंप ने “तालिबान को कैंप डेविड में आमंत्रित किया था.यह सच है. एक स्वतंत्र फेक्ट चेर एजेंसी ने यह बात बताई थी. सितंबर 2019 में ट्रंप ने कहा था कि वह कैंप डेविड में तालिबान के साथ शांति वार्ता के लिए बुलाई गई सीक्रेट बैठक को रद्द कर रहे हैं. फरवरी 2020 में, अमेरिकी सरकार और तालिबान ने 14 महीने के भीतर अफगानिस्तान में युद्ध खत्म करने के लिए एक डील पर साइन किए थे.
कमला हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने “तालिबान नाम के आतंकवादी संगठन के साथ सीधे बातचीत की. इस बातचीत में तालिबान द्वारा 5,000 आतंकवादियों को रिहा कराना भी शामिल था.