एमवीए और कांग्रेस के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम से दो और झटके
नई दिल्ली:
Maharashtra Assembly election results: महाराष्ट्र के चुनावी परिणाम ने कांग्रेस पार्टी को और उसके गठबंधन एमवीए को करारी का तो सामना करना पड़ा ही है साथ ही एक और बड़ा झटका मिला है. अभी तक के नतीजों और रुझानों से साफ हो रहा है कि बीजेपी राज्य में बहुत अच्छी जीत हासिल करने जा रही है. गिनती के आठ घंटे बाद बीजेपी 131 सीटों पर आगे है और अपने दम पर बहुमत हासिल करने से केवल 14 सीटें दूर है. यह अलग बात है कि राज्य की 288 सीटों में जीत के लिए जरूरी 145 सीट बीजेपी नीत गठबंधन ने हासिल कर लिया है. लेकिन इस बार की जीत इतनी बड़ी हो गई है कि विपक्ष एक लिए कुछ समस्याएं भी पैदा हो गई हैं.
राज्यसभा में कैसे पहुंचेंगे सांसद
राज्य से कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना यूबीटी को अब राज्यसभा में अपने सांसद बनाने में दिक्कत होगी. हार में एमवीए को इतनी कम सीटें मिली हैं कि किसी भी दल को विपक्षी नेता की कुर्सी तक मिलना मुश्किल होगी. फिलहाल शिवसेना यूबीटी से संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी राज्यसभा के सांसद हैं. शरद पवार को राज्यसभा में पहुंचने में दिक्कत आएगी. वर्तमान रुझान और परिणाम से तो ऐसी स्थिति बनी है कि तीनों दल मिलकर भी अपने किसी नेता को राज्यसभा में नहीं भेज पाएंगे.
गुजरात की याद आई
राज्य महायुति की बड़ी जीत ने कांग्रेस को गुजरात की हार जरूर याद दिला दी होगी. उल्लेखनीय है कि 2022 के गुजरात विधानसभा चुनावों कांग्रेस को सिर्फ 17 सीटों पर ही जीत मिली थी. इस करारी हार से राज्य में दो दशकों से सत्ता से बाहर कांग्रेस के हाथ से नेता विपक्ष का पद भी चला गया था.
नेता विपक्ष का पद कैसे मिलेगा
अभी तक की गिनती से यह दिख रहा है महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के किसी भी घटक दल को नेता विपक्ष के पद के लिए जरूरी 29 सीटें भी नहीं मिल रही हैं. नेता विपक्ष की कुर्सी को पाने के लिए नियमानुसार विधानसभा में 10 प्रतिशत सीटों का होना जरूरी है. अभी तक के रुझान और परिणाम दिखा रहे हैं कि कांग्रेस को 25 सीटें भी नहीं मिलेंगी.
इस बार के चुनाव में महाविकास आघाड़ी के दल कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी ने गुजरात को भी राज्य के चुनाव में मुद्दा बनाया था. कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. यहां तक कहा कि ये लोग महाराष्ट्र की इंडस्ट्री को गुजरात ले जाना चाहते हैं. साथ ही यह भी कहा कि महाराष्ट्र के रोजगार को गुजरात ले जाना चाहते हैं.