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केरल : कोल्लम लोकसभा सीट पर यूडीएफ और एलडीएफ ने चुनाव प्रचार तेज किए

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के सहयोगी एवं आरएसपी नेता प्रेमचंद्रन ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी माकपा के के.एन. बालगोपाल को हराया था. प्रेमचंद्रन को कुल 9,68,123 में से 4,99,677 वोट मिले थे जबकि बालगोपाल ने 3,50,821 वोट हासिल किए थे.

शहर में रविवार दोपहर लगभग 12:30 बजे तापमान 33 डिग्री सेल्सियस था, जब ‘पीटीआई-भाषा’ की टीम ने यहां राज्य विधानसभा में कोल्लम का प्रतिनिधित्व करने वाले मुकेश से मुलाकात की.

सफेद शर्ट और सफेद धोती पहने एलडीएफ उम्मीदवार मुकेश अपनी कार से बाहर निकले और कोल्लम बंदरगाह पर मछुआरों के पास गए. उत्साही भीड़ ने अभिनेता और दो बार के विधायक के समर्थन में नारे लगाए.

मुकेश ने कहा, ‘‘मैं अति आत्मविश्वासी होकर विपक्षी उम्मीदवारों को कम नहीं आंकना चाहता. मतदाता जानते हैं कि मैं पिछले दो कार्यकाल से विधायक के रूप में उनके लिए क्या कर रहा हूं, और मैंने उनके लिए जो किया है उसके आधार पर वोट मांगता हूं.”

मुकेश पिछले 41 सालों से मलयालम फिल्म प्रेमियों के लिए एक जाना माना चेहरा हैं.

दूसरी तरफ, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के उम्मीदवार प्रेमचंद्रन शहर से लगभग 19 किलोमीटर दूर स्थित कुंडारा इलाके में मतदाताओं से मिलने में व्यस्त दिखे.

प्रेमचंद्रन कोल्लम के मौजूदा सांसद हैं और वह चार बार से इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

आरएसपी नेता गर्मी के कारण चुनाव प्रचार से अल्पविराम लेने के बाद काजू उद्योग के श्रमिकों से मिले और वोट मांगे. बाद में उन्होंने पार्टी समर्थकों में से एक के घर का दौरा किया.

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प्रेमचंद्रन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भाजपा को सत्ता से दूर रखने और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की रक्षा के मद्देनजर यह बहुत महत्वपूर्ण चुनाव है.”

भाजपा ने रविवार शाम 55 वर्षीय कृष्णकुमार को अपना उम्मीदवार घोषित किया. वह अभिनेता से नेता बने हैं और वर्तमान में पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य हैं.

पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार के.वी. साबू को कुल मतों का 10.66 प्रतिशत वोट मिले थे. 2021 के विधानसभा चुनाव में, कृष्णकुमार ने तिरुवनंतपुरम से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे.

 

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