रूस से समझौते को तैयार हुआ यूक्रेन, सिर्फ अपने कब्जे वाले इलाके पर चाहता है नाटो 'कवच'

ज़ेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि नाटो में शामिल होने का कोई भी प्रस्ताव पूरे यूक्रेन को दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह की व्यवस्था यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक होगी कि रूस भविष्य में फिर से हमला न करे. जेलेंस्की ने अंग्रेजी में कहा, “अगर हम संघर्ष विराम की बात करते हैं, तो हमें गारंटी चाहिए कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) वापस नहीं आएंगे. वहीं पुतिन ने कीव से अपनी नाटो महत्वाकांक्षाओं को त्यागने का आह्वान किया है अगर वह शांति समझौता चाहता है.
पुतिन के गुस्से में जल रहा यूक्रेन
युद्ध के मैदान में संघर्ष बढ़ने के साथ, ज़ेलेंस्की ने हाल के दिनों में पश्चिमी नेताओं के साथ फोन कॉल कर बात की है.ब्रिटेन के कीर स्टार्मर, फ्रांस के इमैनुएल मैक्रॉन और जर्मनी के ओलाफ स्कोल्ज़ सहित अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से भी उनकी बातचीत हुई है. ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद से जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन ने कीव को अपना समर्थन बढ़ा दिया है. उसे अधिक हथियार दिए जा रहे हैं. यहां तक की यूक्रेन को रूसी क्षेत्र पर लंबी दूरी की मिसाइलों को फायर करने की अनुमति भी दे दी है. इस कदम से मॉस्को बेहद गुस्से में है. पुतिन ने यूक्रेनी शहर निप्रो में एक नई हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला कर दिया और कीव में सरकारी भवनों पर हमला करने की धमकी दी है.