UP : कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीतने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही बीजेपी, ऐसे कर रही है चुनाव प्रचार
नई दिल्ली:
यूपी में कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव दिलचस्प हो गया है. बता दें कि यह सीट मुरादाबाद जिले में आती है लेकिन इसकी लोकसभा संभल है. कुंदरकी से विधायक रहे जिया उर रहमान बर्क अब समाजवादी पार्टी के सांसद हैं. ऐसे मे उप चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी और बीजेपी ने इस सीट को जीतने के लिए आसमान तक का जोर लगा रखा है.
यहां हो रहे उप चुनाव में कुल बारह उम्मीदवार हैं. बीजेपी के उम्मीदवार को छोड़ कर बाक़ी सभी मुसलमान हैं. बीजेपी ने एक बार फिर यहां से रामवीर सिंह ठाकुर को टिकट दिया है. वे पहले भी दो चुनाव लड़ कर हार चुके हैं. कहा जा रहा है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका टिकट करवाया है. यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी को यहां का चुनाव प्रभारी बनाया गया है.
कुंदरकी में क़रीब 62% मुस्लिम वोटर हैं. ये सीट बीजेपी के लिए जीतना बहुत कठिन है. पर पार्टी का दावा है कि रामपुर जैसा खेल यहां भी होगा. रामपुर में 53 प्रतिशत मुस्लिम वोटर थे लेकिन उप चुनाव में बीजेपी के आकाश सक्सेना जीत गए. मुस्लिम बाहुल्य सीट पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी के उम्मीदवार मुस्लिम वोटरों को अल्लाह की क़सम खिला रहे हैं . कह रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के धोखे में मत आना. सर पर नमाजी टोपी और कंधे पर चादर ओढ़ कर मुसलमानों का वोट माँग रहे हैं. उनका एक वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा नेता ने वोट देने के लिए मुस्लिमों को खुदा की शपथ दिलाई और हाथ उठवा कर वादा कराया कि इस चुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी रामवीर को वोट देंगे. यूपी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुस्लिमों की सभा का आयोजन किया और यहां आए मुस्लिम मतदाताओं ने हाथ उठवाकर शपथ ली कि हम ख़ुदा की कसम खाते हैं कि भाजपा प्रत्याशी रामवीर को वोट देंगे और उन्हें जिताएंगे.
इस दौरान भाजपा प्रत्याशी रामवीर ने अपने भाषण की शुरुआत कुरान की आयत पढ़ कर की. भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि अब सपा प्रत्याशी आप लोगों को कहेंगे कि आप भाजपा को वोट करोगे तो काफिर हो जाओगे और जब ख़ुद उन्होंने 2022 के चुनाव में भाजपा को वोट देने की अपील की थी. जिला पंचायत के चुनाव में सपा के विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी को पैसे लेकर वोट दिया था तब वह काफिर क्यों नहीं हुए तो भाइयों सपा वालों के बहकावे में आने की ज़रूरत नहीं है वह ख़ुद सपा बसपा भाजपा को वोट देते हैं तो काफिर नहीं होते और आप लोगों को डराते हैं अब डरने की ज़रूरत नहीं है.
उन्होंने कहा, वह तो उस हाथी पर भी ख़ुद सवार हो गए जिसे कहते थे कि इस हाथी ने काबे पर चढ़ाई की थी इसे वोट देकर अल्लाह की शान में गुस्ताख़ी नहीं करनी और फिर उसी हाथी के लिए झोली फहलाकर अल्लाह रसूल का वास्ता दे कर वोट मांगते थे. क्या वोट के लिए अल्लाह रसूल का वास्ता देने की ज़रूरत थी? लोगों ने उनके बहकावे में आकर उनके सब गुनाहों को माफ कर दिया और उन्हें वोट दे दिया.
भाजपा प्रत्याशी मुस्लिम मतदाताओं के बीच बिल्कुल इस्लामी अंदाज़ में तकरीर कर रहे थे इसी दौरान अज़ान की आवाज़ सुनाई देते ही उन्होंने अपना भाषण रोक दिया और अज़ान जब तक होती रही भाजपा प्रत्याशी शांत होकर मंच पर खड़े रहे और अज़ान ख़त्म होने पर ही उन्होंने अपना भाषण दोबारा शुरू किया. भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ठाकुर का यह अंदाज़ मुस्लिम मतदाताओं को कितना पसंद आया यह तो 13 नवंबर को मतदान वाले दिन ही पता चलेगा लेकिन भाजपा प्रत्याशी के कार्यक्रम में आई मुस्लिमो की भीड़ को भाजपा प्रत्याशी का भाईजान वाला अंदाज़ ज़रूर पसंद आ रहा है.