VIDEO: 'किसी के बाप…', दिलजीत दोसांझ ने कॉन्सर्ट में पढ़े राहत इंदौरी के शेर, विरोधियों को दिया जवाब
नई दिल्ली:
सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) के “दिल-लुमिनाटी” कॉन्सर्ट को लोगों का जबरदस्त प्यार मिल रहा है तो इसके साथ विवाद भी जुड़ते जा रहे हैं. दिलजीत दोसांझ ने रविवार को इंदौर में आयोजित कॉन्सर्ट में मरहूम शायर राहत इंदौरी (Rahat Indori) के कुछ शेर पढ़े. माना जा रहा है कि दिलजीत ने बिना नाम लिए अपने विरोधियों को जवाब दे दिया है. बजरंग दल ने कॉन्सर्ट में मांस और शराब परोसे जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. साथ ही स्थानीय भाजपा विधायकों और कुछ अन्य संगठनों ने भी दिलजीत के कॉन्सर्ट को लेकर विरोध जताया था.
दिलजीत दोसांझ ने बजरंग दल के विरोध को लेकर सीधा कोई बयान नहीं दिया है. हालांकि उन्होंने राहत इंदौरी का शेर पढ़कर भी बहुत कुछ कह दिया है. उन्होंने राहत इंदौरी का शेर पढ़ा, “अगर खिलाफ है तो होने दो, जान थोड़ी है, यह सब धुंआ है कोई आसमां थोड़ी है. सब का खून है शामिल यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है.”
इसके बाद उन्होंने राहत इंदौरी का एक और शेर सुनाया, “मेरे हुजरे में नहीं और कहीं पर रख दो, आसमां लाए हो ले आओ जमीं पर रख दो, अब कहां ढूंढने जाओगे हमारे कातिल, आप तो कत्ल का इल्जाम हमीं पर रख दो.”
शानदार पर फॉर्मेंस से मचाया धमाल
दिलजीत दोसांझ ने इंदौर में अपने शानदार परफॉर्मेंस से धमाल मचा दिया. अपनी शानदार गायकी से दर्शक कॉन्सर्ट के दौरान जमकर झूमते नजर आए. दिलजीत के कॉन्सर्ट की इतनी जबरदस्त दीवानगी थी कि लोग कार्यक्रम स्थल के बाहर ट्रकों पर चढ़कर शो देखते नजर आए. इस तरह का एक वीडियो दिलजीत ने खुद शेयर किया है.
कार्यक्रम के दौरान दिलजीत ने दर्शकों से ‘जय श्री महाकाल’ के नारे भी लगवाए. दिलजीत ने अपने इस कॉन्सर्ट को इंदौर के ही रहने वाले राहत इंदौरी को समर्पित किया.
ब्लैक हो रही टिकटों पर भी दिया जवाब
साथ ही उनके शो की ब्लैक हो रही टिकटों पर कहा कि इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. भारत में जबसे सिनेमा आया है, तब से टिकट ब्लैक हो रहे हैं.
दिलजीत ने स्टेज से अपने शो की टिकटों की कालाबाजारी पर कहा, “काफी वक्त से हमारे देश में मेरे खिलाफ एक चर्चा चल रही है कि टिकटें ब्लैक हो रही हैं, दिलजीत के शो की टिकट ब्लैक हो रहे हैं. तो भाई, इसमें मेरी क्या गलती है?
उन्होंने कहा कि अगर आप 10 रुपये की टिकट लेकर उसमें सौ रुपये डालते हो तो कलाकार का क्या दोष? जितने इल्जाम मुझ पर लगाने हैं लगा लो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. न मुझे बदनामी का डर है, न कोई टेंशन है. यह सब तब से शुरू हुआ है जब से भारत में सिनेमा आया है. दस का बीस, बीस का दस बीच में चल रहा है, समय बदल चुका है. पहले जो अभिनेता होते थे, उनकी फिल्मों में कलाकार और सिंगर पीछे गेट पर होते थे. उस समय से देश में टिकट ब्लैक हो रहे हैं.”
विभिन्न संगठनों ने जताया था कॉन्सर्ट का विरोध
बजरंग दल ने दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के विरोध में प्रदर्शन किया था. इस दौरान बजरंग दल ने ऐसे कार्यक्रमों से संस्कृति पर पडने वाले प्रभावों को लेकर चिंता जताई थी. वहीं अन्य हिंदू संगठनों के साथ भाजपा विधायक उषा ठाकुर और गोलू शुक्ला ने भी इसका समर्थन किया था.
भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने समर्थन किया. हिन्दू संगठनों के विरोध पर उन्होंने कहा कि यह हमारी “संस्कृति के अनुरूप नहीं है”. इस विरोध का नेतृत्व करने वाले संगठन सही हैं.
उन्होंने कहा कि कॉन्सर्ट के दौरान शराब परोसना बिल्कुल गलत है. हम लोग 2047 के स्वर्णिम भारत की ओर बढ़ रहे हैं. इस तरह के कार्यक्रम हमारी संस्कृति के लिए ठीक नहीं हैं. इससे व्यक्तिगत विकास में भी बाधा आती है. मैं समझती हूं कि इस तरह के कार्यक्रम की अनुमति कहीं भी नहीं दी जानी चाहिए.
साथ ही टिकटों की कालाबाजारी और आयोजन के दौरान शराब परोसने के विरोध में सिख समाज ने भी आक्रोश जताया था और कलेक्टर से शिकायत की थी.
वहीं दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम में दिलजीत का अक्टूबर में आयोजित कॉन्सर्ट विवादों में घिर गया. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने स्टेडियम में फैली गंदगी का संज्ञान लेते हुए स्टेडियम के ‘रनिंग ट्रैक’ पर से कचरा हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आदेश दिया है. वहीं हैदराबाद कॉन्सर्ट से पहले उन्हें नोटिस मिला था.