"हमने सही में गड़बड़ की है" : Gemini AI पर बोले गूगल के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन
नई दिल्ली:
गूगल (Google) के को-फाउंडर सर्गेई ब्रिन ने हाल ही में स्वीकार किया है कि तकनीकी दिग्गज का एआई मॉडल जेमिनी (Gemini) पर अभी भी काम चल रहा है. साथ ही उन्होंने जेमिनी द्वारा इमेज जेनरेशन के दौरान हुई गलतियों को भी खुलकर स्वीकार किया है. सैन फ्रांसिस्को के AGI हाउज में रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में सर्गेई ब्रिन ने कहा, “हमने सही में इमेज जेनरेशन को लेकर गलती की है. मुझे लगता है कि ऐसा मुख्य रूप से इसलिए हुआ है क्योंकि हमने सही से टेस्टिंग नहीं की. यही कारण है कि लोग भी हमारे इस नए मॉडल से इतना परेशान हुए हैं.”
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बता दें कि जेमिनी एआई (Gemini AI) उस वक्त विवादों में आया था जब जानकारी देने के बाद भी वो गलत तरीके से तस्वीर बनाने लगा. इसको लेकर ऐसे सवाल उठने लगे थे कि एआई गलत तरीके से इमेज जेनरेट कर रहा है और साथ ही इसका इतिहास भी ठीक नहीं है. फॉर्च्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सर्गेई ब्रिन के अनुसार, “एल्गोरिदम के अनजाने पूर्वाग्रह के कारण एडॉल्फ हिटलर, पोप और मध्ययुगीन वाइकिंग योद्धाओं की गलत तस्वीरें सामने आईं”.
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिन ने कहा, “वो अपनी रिटायरमेंट को छोड़ कर इसलिए वापस आए हैं क्योंकि एआई जेमिनी में आई ट्रैजेक्टरी काफी रोमांचक है.” इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अभी यह मॉडल वर्क इन प्रोग्रेस है. उन्होंने जेमिनी की त्रुटियों की तुलना अन्य बड़े भाषा मॉडलों में संभावित मुद्दों से भी की है. सर्गेई ब्रिन ने कहा, “अगर आप गहराई से किसी भी टेक्स्ट मॉडल को टेस्ट करेंगे फिर चाहे वो चैटजीपीटी (ChatGPT) हो, ग्रोक हो या कोई भी एआई मॉडल हो. किसी भी मॉडल में आपको बहुत ही अजीबोगरीब चीजें देखने को मिल जाएंगी जो आपको बता देंगी कि यह तथ्यों से परे है.”
CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि “वो नहीं जानते कि जेमिनी में इमेज जेनरेशन को लेकर इस तरह की परेशानी क्यों आ रही है लेकिन उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इसे जानबूझकर नहीं किया गया है.” उन्होंने कहा, “हमें पूरी तरह से समझ नहीं आया है कि बहुत से मामलों में जेमिनी पीछे कैसे रह गया है लेकिन पिछले एक हफ्ते में इसमें काफी सुधार हुआ है और अब यह पहले के मुकाबले 80 प्रतिशत बेहतर काम कर रहा है.”
फॉर्च्यून रिपोर्ट के मुकाबित असफलताओं के बावजूद, सर्गेई ब्रिन एआई के भविष्य के बारे में आशावादी बने हुए हैं, उन्होंने कोड लिखने में उत्साह और भागीदारी भी व्यक्त की है.
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