क्या है ई कोली संक्रमण? इससे हुई मौत का मैकडॉनल्ड से कनेक्शन; लक्षण और बचाव के बारे में जानें
मैकडॉनल्ड अपने फास्ट फूड के लिए दुनियाभर में मशहूर है. भारत में भी मैकडॉनल्ड के बर्गर, फ्राइज खूब बिकते हैं. लेकिन अमेरिका से जो खबर सामने आई है, उसके बारे में सुनकर कोई भी डर जाएगा. दरअसल अमेरिका में मैकडॉनल्ड के हैमबर्गर से बैक्टीरिया संक्रमण (ई कोली वायरस) फैला है. मैकडॉनल्ड्स के क्वार्टर पाउंडर हैमबर्गर खाने से एक शख्स की मौत हो गई, वहीं 49 लोग बीमार हैं जिसमें से 10 हॉस्पिटल में एडमिट बताए जा रहे हैं. ई कोली संक्रमण ने मुख्य रूप से अमेरिका के कोलोराडो और नेब्रास्का के लोगों को प्रभावित किया है.
ई. कोली क्या है?
एस्चेरिचिया कोली (ई. कोली) एक प्रकार का बैक्टीरिया है जो आम तौर पर मनुष्यों और जानवरों की आंतों में पाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार ई कोली का एक स्ट्रेन ‘शीगा’ नाम का टॉक्सीन (विषैला पदार्थ) बनाता है. यह गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है. इस स्ट्रेन को एसटीईसी कहा जाता है.
मैकडॉनल्ड्स में ई. कोली कैसे फैला?
मैकडॉनल्ड ने क्वार्टर पाउंडर हैमबर्गर से कटा हुआ प्याज और बीफ को हटा दिया है. दरअसल सी.डी.सी. ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफ.डी.ए.) के साथ मिलकर प्याज को संक्रमण फैलाने वाले संभावित स्रोत” के रूप में पहचाना है. जिसकी वजह से मैकडॉनल्ड्स ने कोलोराडो, नेब्रास्का, कंसास और यूटा सहित 12 राज्यों में क्वार्टर पाउंडर्स की बिक्री को रोक दिया. हालांकि अभी इसकी जांच चल रही है कि क्या हैमबर्गर पैटीज़ का इसमें क्या रोल है.
अब तक, बच्चे सहित 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि कोलोराडो के एक शख्स की मौत हो गई है. सी.डी.सी. की जांच से पता चलता है कि बीमार लोगों की वास्तविक संख्या रिपोर्ट की गई संख्या से अधिक हो सकती है, क्योंकि कई लोग बिना मेडिकल ट्रीटमेंट के ठीक हो जाते हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि यह तेजी से फैलने वाला प्रकोप है, जिसमें संक्रमण मुख्य रूप से सितंबर के अंत और अक्टूबर के मध्य के बीच बर्गर खाने वाले ग्राहकों के बीच हो रहा है.
ई कोली के लक्षण
पेट में गंभीर ऐंठन, अक्सर खूनी दस्त, उल्टी
इसमें हल्का बुखार भी आता है, लेकिन हमेशा ऐसा हो ये जरूरी नहीं. इसके लक्षण आमतौर पर बैक्टीरिया के संपर्क में आने के तीन से चार दिन बाद दिखाई देते हैं. ज़्यादातर लोग 5 से 7 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं. गंभीर मामलों में, ई. कोली हेमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम (एचयूएस) नामक एक गंभीर समस्या पैदा कर सकता है, जो किडनी पर बुरा प्रभाव डालता है और इसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है.
सी.डी.सी. के मुताबिक कब इलाज की जरूरत
- 3 दिनों से अधिक समय तक दस्त होना
- तेज बुखार (102 डिग्री फ़ारेनहाइट से अधिक)
- खूनी दस्त
- उल्टी
- डिहाईड्रेशन के लक्षण, जैसे कि गला सूखना, चक्कर आना या कम पेशाब आना