क्या होता है हलवा सेरेमनी, बजट से पहले वित्त मंत्री की मौजूदगी में क्यों होती है आयोजन?
नई दिल्ली:
वित्त मंत्रालय में बजट के दस्तावेजों के प्रिंटिंग का काम शुरू होने से पहले परंपरा के मुताबिक ‘हलवा समारोह’ का आयोजन किया जाता है. दरअसल, हलवा समारोह के जरिए यह संकेत दिया जाता है कि बजट को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसके छपने का काम शुरू गया है. केंद्रीय बजट 2025 से पहले हलवा सेरेमनी का आयोजन आज हो रहा है. बजट पेश होने तक बजट बनाने वाले अधिकारी घर-परिवार और समाज से कटे रहते हैं. उनके पास केवल एक फोन होता है जिसके जरिए वे केवल कॉल रिसीव कर सकते हैं, मगर कहीं कॉल कर नहीं सकते हैं. बजट पत्र वित्त मंत्रालय के निजी प्रेस में छपते हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 01 फरवरी 2025 को वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. आइए बजट से पहले होने वाले इस महत्वपूर्ण अयोजन के बारे में और जानें.
पूरा मामला समझिए
आमतौर पर बजट की तैयारी में लगी नार्थ ब्लॉक के संबंधित हिस्से में जनवरी के शुरू से ही पत्रकारों एवं आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया जाता है. इसके साथ ही नार्थ ब्लॉक में आने वाली और यहां से बाहर जाने वाली हर चीज को विशेष एक्स-रे स्कैन से गुजार कर उस पर पैनी नजर रखी जाता है. साथ ही शक्तिशाली मोबाइल फोन जैमर यंत्र लगा दिए जाते हैं, ताकि मोबाइल फोन कॉल से किसी सूचना को बाहर न किया जा सके.
क्यों रखी जाती है गोपणियता?
वरिष्ठ अधिकारियों और प्रक्रिया में शामिल कर्मचारियों के कार्यालयों में इंटरनेट कनेक्शन बंद कर दिए जाते हैं और नॉर्थ ब्लॉक की बजट शाखा एक वार-रूम की तरह काम करने लगती है.
लोकसभा में बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक में सुरक्षा के उच्चतम स्तर के उपाय लागू रहते हैं. इस क्षेत्र की सुरक्षा में खुफिया कार्यालय (आईबी), दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ सभी शामिल रहते हैं.
कैसे मनाई जाती है हलवा सेरेमनी?
देखा जाए तो हलवा सेरेमनी एक परंपरागत कार्यक्रम है, जिसे बजट की छपाई से पहले मनाया जाता रहा है. ऐसा माना जाता है कि लंबे समय तक चलने वाली बजट बनाने की प्रक्रिया की समाप्ति के बाद मीठा खाकर बजट की छपाई को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाई जाती है. वित्त मंत्री जिस कड़ाही में हलवा तैयार किया जाता है उसे छूकर व अधिकारियों को हलवा परोसकर बजट की छपाई के लिए हरी झंडी दिखाती हैं. यह समारोह वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में होता है.