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ये क्या हो रहा, आज फिर बम की धमकी, दिल्ली में अकासा के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग, 184 यात्री थे सवार


नई दिल्ली:

राजधानी दिल्ली से बेंगलुरु जा रही विमान में बम की सूचना के बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिग (Emergency landing) दिल्ली में करवायी गयी है. विमान के उड़ान भरने के बाद बम की अफवाह फैली फिर उसे वापस इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर लाया गया. इस विमान में 174 यात्री, 3 बच्चे और 7 चालक दल के सदस्य सवार थे. बताते चलें कि इससे पहले मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की उड़ान में बम होने की सूचना के बाद विमान का मार्ग परिवर्तित कर उसे अहमदाबाद भेजा गया था. एक अधिकारी बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान विमान में कुछ नहीं मिला और बम होने की सूचना गलत निकली थी. 

इधर एअर इंडिया और इंडिगो विमानन कंपनी के विमानों में बम होने की अफवाह के मामले में मुंबई पुलिस छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले पहुंची और एक नाबालिग, उसके पिता तथा कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की. 

 7 विमानों को बम से उड़ाने की मिली थी धमकी
देश में मंगलवार को सात विमानों को बम से उड़ाने की धमकी (Bomb Threat) मिली थी. इस धमकी के बाद हड़कंप मच गया और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. विमानों को नजदीकी एयरपोर्ट पर उतारा गया और उसके बाद गहन जांच की गयी. इस दौरान बहुत से यात्रियों और चालक दल के सदस्‍यों को परेशानी का सामना करना पड़ा. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट के माध्यम से यह धमकी दी गई थी.  इसके बाद साथ ही सुरक्षा एजेंसियों ने धमकी देने वाले का पता लगाने के लिए कोशिश तेज कर दी. साथ ही एहतियात के लिए कई कदम उठाए गए. 

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सिंगापुर आर्म्ड फोर्सेस ने मंगलवार को एअर इंडिया एक्सप्रेस के एक विमान में बम की धमकी मिलने के बाद उसे आबादी वाले क्षेत्रों से दूर ले जाने के लिए दो लड़ाकू विमानों को भेजा, जिसके बाद विमान को सिंगापुर के चांगी हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतार लिया गया. मदुरै से सिंगापुर जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान संख्या आईएक्स 684 में बम होने की धमकी मिली थी. 

संसदीय समिति के सामने उठा थ्रेट कॉल और एयर फेयर का मुद्दा
राज्यसभा की संसदीय समिति की बैठक में सिविल फ्लाइट को लेकर थ्रेट कॉल और एयर फेयर का मुद्दा उठा.  सरकार की ओर से बताया कि हॉक्स कॉल को लेकर कुछ कदम उठाए गए है. ऐसे लोगों की कुछ पहचान भी हुई है. मीटिंग में सांसदों को कुछ जानकारी दी गई. सरकार थ्रेट कॉल को लेकर गंभीर है.ऐसे कॉल को रोकने के लिये हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं.

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