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भारत-रूस दोस्ती का क्या महत्व है? लोकसभा अध्यक्ष ने बताया, जानें प्रवासियों से क्या आग्रह किया

रूस में रह रहे भारतीय देश के ब्रांड एंबेसडर हैं. अपने कार्यों, योगदान और उपलब्धियों से वे भारत की छवि गढ़ते हैं. रूस में भारतीय समुदाय के लोगों को अनुशासनप्रिय, मेहनती और कानून का पालन करने वाले प्रवासियों के रूप में जाना जाता है. इन्हीं प्रवासियों ने रूस और भारत दोनों के विकास में योगदान करके प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित किया है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने येे बातें रूस की धरती पर कही. वह रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में 10वें ब्रिक्स संसदीय मंच में भारतीय संसदीय शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं.

ओम बिरला ने कहा कि संख्या में कम होने के बावजूद, भारत के सांस्कृतिक कार्यक्रमों और त्योहारों में उनकी सक्रिय और जीवंत भागीदारी रहती है. उन्होंने प्रवासी भारतीयों से रूस में अपनी मातृभूमि के बारे में जानकारी देने और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने का आग्रह किया.

भारतीय त्योहारों में रूस के लोगों के शामिल होने के बारे में बात करते हुए बिरला ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच घनिष्ठ संबंध ही हमारे द्विपक्षीय संबंधों का आधार हैं. रूस के लोगों के मन में भारतीय संस्कृति और विविधताओं के बारे में जानने की उत्सुकता है. बिरला ने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे भारत की समृद्ध सनातन संस्कृति, योग, पुरातन ज्ञान और यहां की विविधताओं के बारे में रूस के लोगों को जानकारी दें. उन्हें भारत आने के लिए प्रोत्साहित करें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की रूस यात्रा और रूस में भारतीय समुदाय के साथ उनकी बातचीत का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से देश में बदलाव, विकास और समृद्धि का एक नया युग आरंभ हुआ है. बिरला ने यह भी कहा कि तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद भी नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, देश सेवा के लिए उनके उत्साह और विकसित भारत के उनके संकल्प से सभी को निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने की प्रेरणा मिलती है.

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उन्होंने कहा कि भारत में हो रहे बदलावों से वैश्विक स्तर पर भारतीयों का सम्मान बढ़ा है और भारतीय पासपोर्ट का महत्व भी बढ़ा है. भारत और रूस के बीच संबंधों के बारे में बात करते हुए बिरला ने कहा कि दोनों देशों के संबंध परस्पर विश्वास और सम्मान पर आधारित हैं. जब भी भारत या रूस को किसी चुनौती का सामना करना पड़ा है, दोनों देशों ने एक-दूसरे का साथ दिया है. भारत और रूस के बीच एक अनूठा रिश्ता रहा है, दोस्ती और परिवार का.

बिरला ने कहा कि रूस भारत के सुख-दुख का साथी रहा है और भारत का भरोसेमंद दोस्त भी है. सुरक्षा, रक्षा, व्यापार, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सैटेलाइट नेविगेशन और रिमोट सेंसिंग, शिक्षा और संस्कृति में सहयोग सहित लगभग हर क्षेत्र में दोनों देशों के बीच साझेदारी रही है. बिरला ने प्रवासी भारतीयों से दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने और साझा हितों को बढ़ावा देने का आग्रह किया. उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों को गर्मजोशी और सद्भावना से किए गए आतिथ्य- सत्कार के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने इस संवाद का अवसर प्रदान करने के लिए मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास को भी धन्यवाद दिया.



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