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विमानों में बम की धमकियों के पीछे भारत विरोधी संगठन! एविऐशन सेक्‍टर में डर पैदा करने का क्‍या है मकसद?


नई दिल्‍ली :

भारत की एयरलाइंस कंपनियों (Airlines Companies) को आज सातवें दिन लगातार बम होने की छह से ज्‍यादा सूचनाएं मिली हैं. इनमें 20 से ज्‍यादा विमानों में बम होने की धमकी (Bomb Threats) दी गई है. इसके बाद सात दिनों के दौरान 100 से ज्‍यादा विमानों में बम होने की धमकी मिल चुकी है. फिलहाल भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि बम की धमकी के पीछे भारत विरोधी आतंकी संगठन हो सकते हैं. भारत ने इसकी जानकारी अमेरिका को भी मुहैया कराई है. उधर, लगातार मिल रही धमकियों के बीच DGCA के महानिदेशक विक्रम देव दत्त का तबादला कोयला मंत्रालय में हो गया है.  

घंटों जांच के बाद अब तक किसी भी फ्लाइट में कोई संदिग्ध सामान नहीं मिला, लेकिन लगातार आ रही धमकियों के मद्देनजर शनिवार को देर शाम तक एयरलाइंस कंपनियों के CEO से बैठक करके सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा गया है. 

क्‍या कहते हैं जानकार?

जानकार मानते हैं कि भारतीय एविएशन सेक्टर को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह की हरकत देश के बाहर से हो रही है. अभी तक अमेरिका, लंदन, जर्मनी और कनाडा जैसे देशों से फर्जी वीपीएन जनरेट करके इन धमकियों को देने की बात सामने आई है. इस सेक्टर से जुड़े लोगों के मुताबिक इस तरह की कॉल करके भारतीय एविएशन सेक्टर में पैनिक पैदा करना और दुनिया भर में चर्चा में आने के लिए ही ये देश विरोधी ताकतें कर रही हैं. 

कॉमर्शियल पायलट एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट रिटायर्ड कैप्टन वीके भल्ला ने कहा कि विमान में बम की खबर, देश दुनिया में खबर बन जाती है. इसकी चर्चा ज्‍यादा होती है, लेकिन इससे भारतीय एविएशन सेक्टर को नुकसान नहीं पहुंचेगा. 

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यात्रियों का मुआवजा बढ़ा 

वहीं इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गेनाइशन ने भारत समेत दुनिया भर में अंतरराष्‍ट्रीय यात्रा करने वाले यात्रियों का मुआवजा भी बढ़ा दिया है. यात्रियों की मौत या घायल होने पर मुआवजा एक करोड़ चालीस लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ 70 लाख कर दिया गया है. वहीं उड़ान के विलंब होने पर छह हजार से से बढ़ाकर मुआवजा सात हजार कर दिया गया है. वहीं सामान खोने या देर से आने पर मुआवजा 2500 से बढ़ाकर 2900 कर दिया गया है. 



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