ये कैसी मानसिकता ! लंबे समय से छात्र कर रहा था हत्या की प्लानिंग, छतरपुर प्रिंसिपल मर्डर केस की इन साइड स्टोरी
छतरपुर:
मध्य प्रदेश के छतरपुर में रहने वाले एस के सक्सेना धमोरा शासकीय उच्चतर विद्यालय में प्रिंसिपल थे. रोज सुबह की तरह ही एस के सक्सेना अपने घर से स्कूल के लिए निकले थे. उन्होंने कभी ये कल्पना भी नहीं कि थी स्कूल में बच्चों को अनुशासन सिखाने की कीमत उनको अपनी जान से चुकानी पड़ेगी. शुक्रवार की सुबह स्कूल के पास पहुंचते ही उन्हें अपने स्कूल का एक छात्र मिला. जो कि गेट के बाहर खड़ा था. एस के सक्सेना ने उससे पूछा कि वो स्कूल के अंदर क्यों नहीं है, उसने कहा कि वो थोड़ी देर में स्कूल के अंदर आ रहा है. इसके बाद एस के सक्सेना स्कूल के अंदर चले गए.
सिर पर मार दी गोली
थोड़ी देर बाद ही आरोपी छात्र हाथ में एक देसी कट्टा लेते हुए प्रिंसिपल के कमरे के बाहर पहुंच गया. हाथ में कट्टा देख बच्चे डर गए. आरोपी ने बच्चों से पूछा कि प्रिंसिपल कहां हैं, तो उन्होंने बताया कि वो शौचालय गए हैं. आरोपी शौचालय की और चले गया. कुछ देर बाद शौचालय के बाहर लोगों को गोली की आवाज सुनाई दी. जब लोग भागकर गए तो देखा कि एस के सक्सेना के सिर पर किसी ने गोली मार दी है. मौके से आरोपी छात्र भी फरार हो गया. लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की.
आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस ने सबसे पहले CCTV को खंगाला शुरू किया. पुलिस को आरोपी छात्र CCTV में संदिग्ध नजर आया. जो कि वारदात को अंजाम देने के बाद स्कूटी से भाग गया.
- छतरपुर में प्रिंसिपल की हत्या
- छात्र ने गोली मारकर की हत्या
- मृतक 4-5 सालों से स्कूल में पदस्थ थे
- परिजनों ने हत्या को बताया प्लानिंग के तहत
- आरोपी 12वीं का छात्र, पहले भी लगे थे अनुशासनहीनता के आरोप
- पुलिस जांच में जुटी हुई है.
- आरोपी का आयु महज 17 साल है
- आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है
- उसे बाल सुधारगृह में भेजा है
जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पुलिस को पता चला कि सक्सेना ने आरोपी को स्कूल के गेट पर देखा था. ऐसे पर उसे डांट लगा दी. जिसके बाद आरोपी ने कथित तौर पर इस वारदात को अंजाम दिया. आरोपी को उसके एक दोस्त ने रोकने की कोशिश भी की लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और जैसे ही शौचालय में प्रिंसिपल को देखा गोली चला ही और प्रिंसिपल की मौक पर ही मौत हो गई है.
पुलिस ने जब स्कूल के छात्रों से पूछताछ की तो पाया कि आरोपी काफी समय से ही प्रिंसिपल को मारने की प्लानिंग कर रहा था. वो अक्सर कहता था कि उसे प्रिंसिपल को सबक सिखाना है. क्योंकि कई बार प्रिंसिपल ने उसके घरवालों से उसकी शिकायत की थी.
आरोपी एक ‘कुख्यात लड़का’ था
स्कूल के एक टीचर ने दावा किया कि आरोपी छात्र एक ‘कुख्यात लड़का’ था जो अपनी मर्जी से स्कूल आता था. सक्सेना ऐसे छात्रों की काउंसलिंग करते थे. अगर हालात नहीं सुधरते थे, तो वे ऐसे छात्रों के माता-पिता को बुलाते थे. सक्सेना के स्कूल के सभी कर्मचारियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध थे.’