दिल्ली में GRAP-3 कल से : क्या-क्या लगी पाबंदियां? एक्सपर्ट से जानिए कैसे बदल सकती है दमघोंटू हवा
नई दिल्ली:
दिल्ली की हवा हर दिन जहरीली होती जा रही है. बढ़ते वायु प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है.
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स गुरुवार की सुबह औसतन 426 रहा. दिल्ली दुनिया में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. दिल्ली की हवा के गिरती क्वालिटी के बाद भी CAQM यानी कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने राज्य में शुक्रवार से GRAP-3 लागू कर दिया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने सुबह 7 बजे जो आंकड़ों जारी किए उसके अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया है. आनंद विहार का AQI 473, द्वारका का 458, आरके पुरम का 454, मुंडका का 460 और चांदनी चौक का 407 दर्ज किया गया.
इस बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार शहर में वायु गुणवत्ता में गिरावट से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान GRAP- 3 के तहत प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करेगी.
#WATCH | On air pollution in the national capital, Delhi Environment Minister Gopal Rai says, “In this winter season, the Air Quality Index has crossed 400 for the first time in the last two days in Delhi. IMD’s analysis states two reasons for the sudden rise in AQI in Delhi… pic.twitter.com/rPVdFVNh8X
— ANI (@ANI) November 14, 2024
GRAP-3 के कितने फेज?
– ग्रेप-1 तब लगाया जाता है जब AQI 201 से 300 यानी खराब स्थिति में पहुंच जाती है.
– ग्रेप-2 को लागू तब किया जाता है जब AQI 301 से 400 तक पहुंच जाता है.
– हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब होने (AQI 401 से 450) पर ग्रेप-3 लगाया जाता है.
– AQI 450 से ज्यादा होने पर ग्रेप-4 लागू किया जाता है.
ग्रैप 3 में इन चीजों पर रोक
– दिल्ली में रजिस्टर्ड डीजल से चलने वाले वाहन, बीएस 3 या इससे नीचे के मानक वाले MGV पर रोक.
– एनसीआर में निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर कड़ा प्रतिबंध रहता है.
– खनन से जुड़ी गतिविधियों पर रोक होती है.
– प्रमुख सड़कों पर प्रतिदिन पानी का छिड़काव.
NCR की हवा भी हुई खराब
गाजियाबाद, नोएडा, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ रही थी. वहीं, फरीदाबाद में एक्यूआई ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया गया. CPCB के मुताबिक, दिल्ली के 36 निगरानी केंद्रों में से 30 ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ करार दिया.