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सम्राट चौधरी की 'पगड़ी वाली प्रतिज्ञा' का क्‍या होगा? नीतीश के साथ जाने को लेकर डिप्‍टी CM ने दिया जवाब

सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में जो स्थिति पैदा हुई थी, उसके कारण लोकतंत्र शर्मसार हो रहा था.

पटना:

बिहार के उप मुख्‍यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने कहा है कि उन्‍हें जेडीयू की ओर से प्रस्‍ताव मिला था कि भाजपा, सरकार में समर्थन करे. साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा है कि वह अपने बाल मुंडवाने और पगड़ी खोलने के लिए राम मंदिर (Ram Mandir) जाएंगे. चौधरी ने प्रण किया था कि जब तक नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सत्ता से बाहर नहीं कर देंगे पगड़ी (बिहार में इसे मुरेठा कहते हैं) नहीं खोलेंगे. संवाददाता सम्‍मेलन में चौधरी के साथ ही दूसरे उप मुख्‍यमंत्री विजय सिन्‍हा भी मौजूद थे. 

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सम्राट चौधरी ने कहा, “जेडीयू के द्वारा हमें कल प्रस्‍ताव मिला था कि भाजपा, सरकार में हमारा समर्थन करे. इसके बाद उनके दूत हमारे पास आए और हमने उनका समर्थन करने का काम किया.”

उन्‍होंने कहा, ” बिहार में जो स्थिति पैदा हुई थी, उसके कारण लोकतंत्र शर्मसार हो रहा था. जनता दल यूनाइटेड को तोड़ने का काम किया जा रहा था. सरकार में रहकर ही लोग कह रहे थे कि 2024 में जेडीयू समाप्‍त हो जाएगी.”

राम मंदिर में पगड़ी को करेंगे समर्पित 

इस दौरान पत्रकारों ने जब सम्राट चौधरी से पूछा कि आपने प्रण लिया था कि जब तक नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे पगड़ी नहीं खोलेंगे. इस पर उन्‍होंने कहा कि वो अयोध्या में भगवान राम के चरणों में सिर मुंडवाएंगे और अपनी पगड़ी उनके चरणों में समर्पित करेंगे. 

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उन्‍होंने कहा, ” जब मैंने यह बात कही थी तो वो भावुक क्षण था, लेकिन भाजपा के पूरे प्रदेश नेतृत्‍व और राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व ने जब निर्णय लिया कि नीतीश कुमारजी के साथ जाएंगे तो मैंने कहा कि मैं अयोध्‍या जा रहा हूं. मैं अपना सिर मुंडवाऊंगा और मुरेठा प्रभु श्रीराम के चरणों में दूंगा. बिहार के विकास के लिए व्‍यक्तिगत कुछ नहीं हो सकता है. व्‍यक्तिगत निर्णय को निरस्‍त भी किया जा सकता है.”

BJP ने अविश्‍वास प्रस्‍ताव का नोटिस दिया 

उधर, बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है. इस नोटिस के चौदह दिन बाद इसे सदन में पेश किया जाएगा. अमूमन प्रस्ताव आने के पूर्व अध्यक्ष बहुमत ना होने के कारण इस्तीफा देते हैं. इसका मतलब हैं कि बिहार विधानसभा का सत्र ग्यारह या बारह फरवरी को आहूत हो सकता है. 

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