जूना अखाड़े से निकाले जाने के बाद कहां है IIT बाबा, देखिए नया रूप क्यों हैरान कर रहा

आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र अभय सिंह को अब ‘इंजीनियर बाबा’ के नाम से जाना जाता है.
नई दिल्ली:
महाकुंभ में लंबी दाढ़ी और लंबे बाल में नजर आए ‘आईआईटी बाबा’ ने अब अपना लुक पूरी तरह से बदल लिया है. ‘आईआईटी बाबा’ के तौर पर मशहूर हुए इंजीनियर अभय सिंह जूना अखाड़े से निकाले जाने के बाद नए अंदाज में नजर आए और फिर से लोगों का ध्यान आकर्षित किया. जब उनसे एक न्यूज चैनल ने नए लुक के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं समय-समय पर लुक बदलता हूं, शेविंग करता हूं. मैं अपना लुक बदलता रहता हूं, एक जगह पर एक ही रात रुकना है, सिर्फ आगे बढ़ना है. चलता रहता हूं. मेरा हर दिन एक नया लुक होगा.कपड़ों से स्पिरिचुअलिटी नहीं मापी जा सकती. लोग हर रोज एक नया सरप्राइज देखेंगे.
इस वजह से अखाड़े से निकाला गया था बाहर
महाकुंभ से फेमस हुए अभय सिंह को कुछ दिनों पहले अपने गुरु के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में जूना अखाड़े के शिविर से बाहर कर दिया गया था. जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने उन्हें बाहर करने के फैसले पर कहा था कि अभय सिंह साधु नहीं बना था. लखनऊ से यहां ऐसे ही आ गया था और स्वयंभू साधु बना घूम रहा था.

वहीं इस मामले पर अभय सिंह का बयान भी आया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि अखाड़े ने आने से मना किया तो मैं वहां से चला गया.. आखिर वह उनकी प्रॉपर्टी है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले अभय सिंह ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में बताया था कि उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई से पढ़ाई करने के बाद ‘एयरोस्पेस इंजीनियरिंग’ में नौकरी की और नौकरी छोड़कर वह संन्यासी बने.
मैं जो भी मिले, उससे सीख लेता हूं. अखाड़े में भी भगवान शिव ही बताते थे ध्यान कैसे करो. माता-पिता ने पढ़ाने लिखाने पर पैसे खर्च किए, लेकिन प्यार कहां था.
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अखाड़ों को लेकर उन्होंने कहा था, “मेरी योजना वहां चार-पांच दिन रुकने की थी, और मैं अखाड़ों के काम देखने आया था. लेकिन प्रसिद्धि मिलने के बाद सारी चीजें गड़बड़ हो गईं.”
                                        
                                                                                                                        
                                                                                                                    
 
				


