विवाद जहां एपी सिंह वहां, जानें कौन हैं ये वकील जो हाथरस वाले बाबा के लिए हो गए खड़े

नई दिल्ली:
हाथरस भगदड़ मामले को लेकर पुलिस की टीम अपनी जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से ही भोले बाबा (सूरजपाल) अपने मैनपुरी आश्रम में है. मंगलवार को हुई घटना को लेकर भोले बाबा ने 24 घंटे बाद बुधवार को अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. बाबा का कहना है कि उनके सत्संग में भगदड़ कुछ असामिजक तत्वों की वजह से हुई थी. उन्होंने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह को अपने केस का पैरोकार बनाया है. दिलचस्प ये है कि एपी सिंह इससे पहले निर्भया कांड और सीमा हैदर का भी केस लड़ चुके हैं.
एपी सिंह ने भोले बाबा का रक्षा पक्ष
The Hindkeshariसे बात करते हुए भोले बाबा के वकील ए.पी सिंह ने बाबा का पक्ष रखा. उन्होंने हमसे बातचीत के दौरान बताया कि भोले बाबा ने सबसे पहले इस दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही उन्होंने अपने तमाम भक्तों से अपील की है कि वह घायलों की हर संभव मदद करें. साथ ही कोई भी शव लावारिस न रहे इसकी भी व्यवस्था करने को कहा गया है.
एपी सिंह ने कहा बाबा का पक्ष रखते हुए The Hindkeshariसे कहा था कि कुछ असमाजिक तत्व सत्संग स्थल पर मौजूद थे, जिन्होंने बाबा के जाने के बाद वहां ऐसा माहौल बना दिया. उन्हीं की वजह से ये भगदड़ हुई और कई लोगों की जान भी गई. बाबा का मानना है कि ये घटना बेहद दुखद है. हम उत्तर प्रदेश सरकार और इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटार्यड जज की जांच पर पूरा विश्वास करते हैं. हम चाहते हैं कि इस घटना के कोई भी दोषी बच नहीं पाए.

” बाबा सूचिता का जीवन जीते हैं”
भगदड़ के 24 घंटे बाद आए बाबा के इस संदेश को लेकर एपी सिंह ने कहा कि बाबा के पास न कोई मोबाइल फोन है, न ही वो यूट्यूब चैनल चलाते हैं. सोशल मीडिया से भी वो पूरी तरह से दूर हैं. वो पूरी तरह से सूचिता का जीवन जीते हैं. इस कारण इसमें देर हुआ. वकील ने कहा कि हम भी अपने सूत्रों से इस मामले की जांच करवाएंगे कि कौन लोग हैं जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया.
निर्भया केस से चर्चाओं में आए एपी सिंह
सुप्रीम कोर्ट के वकील उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने 2012 में गैंगरेप पीड़िता निर्भया मामले में दोषियों की तरफ से केस लड़ा था. उन्होंने दिल्ली के साकेत कोर्ट में दोषियों का पक्ष रखा था. उस दौरान एपी सिंह ने कहा था कि वह यह केस लड़ने का फैसला उन्होंने अपनी मां के कहने पर किया था. हालांकि, इस मामले में उन्हें कई बार अदालत की फटकार और जुर्माने का भा सामना करना पड़ा था.

सीमा हैदर की भी कर चुके हैं पैरवी
एपी सिंह ने निर्भया मामले के दोषियों का केस लड़ने के बाद पाकिस्तान से आई सीमा हैदर के लिए भी पैरवी की थी.अगर बात एपी सिंह की करें तो उन्होंने 1997 में सुप्रीम कोर्ट में वकालत शुरू की थी. एपी सिंह लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ में ग्रेजुएट हैं.