जाते जाते डोनाल्ड ट्रंप को तगड़ा सुना दिया… अपने विदाई भाषण में क्या क्या बोल गए बाइडन
Joe Biden Farewell Speech: जो बाइडन ने अपने विदाई भाषण में अमेरिका को लेकर ऐसी-ऐसी बातें कह दीं हैं कि न सिर्फ अमेरिका बल्कि दुनिया भर में ये चर्चा का विषय बन गईं हैं. बाइडन ने कहा कि उन्होंने गाजा में शांति की डील करा दी है. उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने आठ महीने की लगातार बातचीत के बाद, हमास और इजरायल में युद्धविराम और बंधक समझौते को कराया.इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका में प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर भी कड़ी टिप्पणी कर दी है.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को अमेरिकियों से डोनाल्ड ट्रंप के तहत भविष्य में कुलीन वर्गों, दुष्प्रचार और एआई के खतरों के खिलाफ “खड़े रहने” का आग्रह किया.बाइडेन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कोविड-19 महामारी से उत्पन्न गहरे संकट से बाहर निकालने में अपनी उपलब्धियों का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने विदेशों में अमेरिका के गठबंधन को मजबूत बनाया है. हालांकि, लाइव टेलीविज़न पर अपने संक्षिप्त भाषण में बाइडन ने तुरंत संयुक्त राज्य अमेरिका के सामने आने वाले खतरों को बताया.
प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल
राष्ट्रपति जो बाडेन ने बुधवार को चेतावनी दी कि अमेरिकी गलत सूचनाओं के शिकार हो रहे हैं और प्रेस की स्वतंत्रता गिर रही है. उनका इशारा डोनाल्ड ट्रंप के कुछ दिनों में व्हाइट हाउस लौटने की ओर था. बाइडेन ने राष्ट्र के नाम अपने विदाई संबोधन में कहा, “अमेरिकियों को गलत सूचना और दुष्प्रचार के ढेर के नीचे दबाया जा रहा है, जिससे सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है.” उन्होंने कहा, “प्रेस की स्वतंत्र गिर रही है.”
ट्रंप-मस्क पर निशाना
बाइडन ने बुधवार को अमेरिकियों से डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के तहत बनने वाले “खतरनाक” कुलीनतंत्र के खिलाफ “खड़े रहने” का आग्रह किया. 82 वर्षीय बाइडन ने एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग की तरफ इशारा करते हुए कहा, “आज, अमेरिका में अत्यधिक धन, शक्ति और प्रभाव वाला एक कुलीनतंत्र आकार ले रहा है, जो सचमुच हमारे पूरे लोकतंत्र को खतरे में डालता है. अब अमीर लोगों के हाथों में सत्ता जा रही है.”बाइडन ने एआई के खतरों के बारे में भी चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका को एआई के मामले में चीन पर “लीड” लेना चाहिए.
पत्र लिख बताई उपलब्धियां
इससे पहले निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को देशवासियों के नाम लिखे एक पत्र में कहा कि अमेरिका उनके चार साल के कार्यकाल के दौरान बीते एक सदी की सबसे भयानक महामारी और महामंदी के बाद के सबसे बड़े आर्थिक संकट से उबरते हुए अधिक मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित बनकर उभरा.
बाइडन ने कहा, “इतिहास आपके हाथ में है. सत्ता आपके हाथ में है. अमेरिका का विचार आपके हाथ में है. हमें बस भरोसा बनाए रखना है और याद रखना है कि हम कौन हैं. हम अमेरिका हैं और जब हम एकजुट होकर काम करते हैं, तो ऐसी कोई भी चीज नहीं है, जो हमारी क्षमता से परे है.” उन्होंने अमेरिकियों से कहा, “अब पहरा देने की आपकी बारी है.”
चुनाव से पहले ही हुए आउट
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर बाइडन (82) का चार साल का कार्यकाल 20 जनवरी को समाप्त होगा, जब डोनाल्ड ट्रंप (78) देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे. बाइडन पिछले साल अपने चुनाव प्रचार अभियान के बीच में राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हो गए थे. उनकी जगह उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था. हालांकि, नवंबर में संपन्न चुनाव में उन्हें रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी.