दिल्ली के स्कूलों को बम धमकी के पीछे कौन? सामने आया NGO-राजनीतिक पार्टी और अफजल गुरु कनेक्शन; जानिए
नई दिल्ली:
दिल्ली के स्कूलों में फर्जी बम की धमकी के मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बड़े खुलासे किए हैं. हाल ही में दिल्ली के करीब 400 स्कूलों को ईमेल और फोन के जरिए बम की धमकी दी गई थी. सघन तलाशी के दौरान किसी भी स्कूल में कोई भी संदिग्ध चीज नहीं मिली थी. लेकिन, ऐसी फर्जी बम की धमकी का असर पढ़ाई पर पड़ रहा था. स्कूलों में बम की धमकी की वजह से कई बार एग्जाम कैंसिल करने पड़े थे. अब दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि 12वीं के छात्र के लैपटॉप से ऐसे 400 ईमेल भेजे गए थे. पुलिस ने अपनी तफ्तीश में पाया कि इस छात्र के पिता किसी NGO से जुड़े हुए हैं. इस NGO ने कभी आतंकी अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया था. ये NGO एक पॉलिटिकल पार्टी से भी जुड़ी हुई है. पुलिस ने इस मामले में डार्क वेब और VPN के इस्तेमाल की बात भी कही है.
दिल्ली के स्कूलों में बम की धमकी मामले में दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी (लॉ एंड ऑर्डर) मधुर तिवारी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई अहम खुलासे किए हैं. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी के मुताबिक, दिल्ली के स्कूलों को लगातार ईमेल के जरिए बम की धमकी मिल रही थी. 14 फरवरी 2024 के बाद से लगातार ऐसे मेल आ रहे थे. इन धमकियों के चलते कई बार स्कूलों में एग्जाम और टेस्ट कैंसिल करने पड़े थे. इसलिए हमने इस मामले की इन-डेप्थ इंवेस्टिगेशन शुरू की. हालांकि, VPN की वजह से कोई बड़ी लीड नहीं मिल पा रही थी. हमारे अफसर लगातार कोशिश में थे.
#WATCH | Delhi: Special CP Law & Order Madhup Tiwari says, “Schools had been receiving (bomb threat) emails continuously, it started around 14th February. So, we conducted an in-depth investigation. But due to the usage of VPN etc, it was not easy to get a breakthrough…But we… pic.twitter.com/HbZIi8fGzh
— ANI (@ANI) January 14, 2025
8 जनवरी 2025 को भेजे गए आखिरी मेल से मिली बड़ी लीड
स्पेशल सीपी मधुर तिवारी ने कहा, “8 जनवरी 2025 को स्कूलों में बम की धमकी की आखिरी कॉल आई. इसी मेल से हमने उस छात्र की पहचान की, जिसके लैपटॉप से सारे मेल किए गए थे. हमने एंटी-नेशनल और आतंकी ग्रुप के एंगल से जांच शुरू की. क्योंकि, ये ईमेल बहुत एडवांस टेक्नीक से भेजी जा रही थीं.”
छात्र के लैपटॉप से भेजे गए थे 400 ईमेल
पुलिस अधिकारी ने बताया, “संदिग्ध छात्र के लैपटॉप की फोरेंसिक जांच की गई. इससे पता चला कि छात्र के लैपटॉप से 400 से ज्यादा ईमेल भेजी गई थीं. हमें शक हुआ कि एक बच्चा ये कैसे कर सकता है? इसलिए हमने आगे की जांच शुरू की. इस दौरान हमें एक NGO का पता चला.”
NGO से जुड़े हुए हैं संदिग्ध छात्र के पिता
पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध छात्र के पिता इस NGO से जुड़े हुए हैं. जांच में इस NGO का पॉलिटिकल कनेक्शन भी सामने आया. यानी ये NGO एक राजनीतिक पार्टी के लिए काम करता है. कभी इस NGO ने आतंकी अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया था. पुलिस स्कूलों को मिली बम की धमकी के मामले में इस NGO की भूमिका की जांच कर रही है. राजनीतिक पार्टी के साथ इसके कनेक्शन को भी खंगाला जा रहा है.
शुक्रवार को 12वीं के छात्र को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने शुक्रवार को संदिग्ध छात्र को हिरासत में लिया है. उसने पूछताछ में बताया कि वह एग्जाम नहीं देना चाहता था, इसलिए उसने ईमेल भेजा. स्कूलों को शक न हो, इसलिए उसने अपने स्कूल के साथ-साथ दिल्ली के 23 स्कूलों को ईमेल में टैग किया था.