वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी को कौन दे रहा है चुनौती, जानें मैदान में हैं कितने उम्मीदवार
कुमारशेट्टी के खिलाफ वाराणसी के भेलूपुर थाने में 16 मई की रात धोखाधड़ी और धमकी देने के दो मामले दर्ज कराए गए थे.कुमारशेट्टी इन मामलों को फर्जी बताया है. उनका दावा है कि बीजेपी नेताओं और चुनाव से जुड़े अधिकारियों ने उनपर पर्चा वापस लेने का दबाव बनाया था.
अपना दल (कमेरावादी) के गगन प्रकाश यादव
नरेंद्र मोदी की कैबिनेट सहयोगी अनुप्रिया पटेल की बहन डॉक्टर पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) ने गगन प्रकाश यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. अपना दल (कमेरावादी) को हैदराबाद के सांसद असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की भी समर्थन हासिल है. उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपना दल (कमेरावादी) ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.पल्लवी ने इस चुनाव में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराया था.लेकिन राज्य सभा चुनाव में मतभेद पैदा होने के बाद अपना दल (कमेरावादी) ने सपा से अपना संबंध तोड़ लिया था.नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे में यादव ने अपने खिलाफ पांच मामलों की जानकारी दी है.
गगन प्रकाश यादव का यह पहला चुनाव है. लेकिन एक सड़क हादसे में उनके भाई के निधन के बाद से उनका चुनाव प्रचार रुका हुआ है.
निर्दल चुनाव लड़ रहे हैं दिनेश कुमार यादव
दिनेश कुमार यादव पिछले 15 साल से वाराणसी की राजनीति में सक्रिय हैं. वो सिकरौल से तीन बार के पार्षद हैं. उनका दावा है कि वो बीजेपी के कार्यकर्ता थे. उनका कहना है कि वो लोकतंत्र की वजह से चुनाव मैदान में हैं. हालांकि बीजेपी उनके दावों से इनकार करती है. नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे के मुताबिक यादव के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज है.
संजय कुमार तिवारी
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे संजय दिल्ली में रहकर सामाजिक कार्य करते हैं. उनका दावा है कि वो कामगारों के लिए चले कई आंदोलनों का वो हिस्सा रहे हैं. वो अपने आप को बुद्धिजीवी और महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर चलने वाला इंसान बताते हैं. मोदी का आलोचक बताने वाले तिवारी का कहना है कि उनका किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है.
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