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कौन हैं इरफान अंसारी जिनके बयान पर झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौर में मच गया बवाल?


नई दिल्ली:

झारखंड सरकार के मंत्री और जामताड़ा विधानसभा सीट (Jamtara assembly seat) पर कांग्रेस के प्रत्याशी इरफान अंसारी (Irfan Ansari) के एक बयान पर बवाल मच गया है. इस मामले में बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. इरफान अंसारी ने कथित रूप से जामताड़ा में उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहीं बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन (Sita Soren) के खिलाफ बहुत अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. इस पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई. दूसरी तरफ कांग्रेस ने बीजेपी पर अंसारी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया है. इरफान अंसारी पेशे से डॉक्टर हैं और जामताड़ा से 10 साल से विधायक हैं.

इरफान अंसारी ने 24 अक्टूबर को जामताड़ा सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए इस सीट पर बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक कमेंट किया था. उनसे पत्रकारों ने पूछा था कि क्या जामताड़ा सीट पर सीता सोरेन की ओर से उन्हें कड़ी चुनौती मिल रही है? इस पर उन्होंने कहा था कि, ‘वह बॉरो खिलाड़ी हैं. भाजपा ऐसे लोगों को हाईजैक करके उम्मीदवार बना देती है, जो रिजेक्टेड हैं.‘

अंसारी पर बरसी बीजेपी 

इरफान अंसारी के इस बयान का वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद उन पर बीजेपी नेताओं ने जमकर हमले किए. सीता सोरेन ने कहा कि, ”इरफान अंसारी ने नामांकन के तुरंत बाद मीडिया के सामने मेरे लिए जिस अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी होगी. पहले भी उन्होंने मेरे बारे में व्यक्तिगत बातें बोली हैं, लेकिन इस बार उन्होंने सारी सीमाएं लांघ दी हैं.”

सीता सोरेन ने कहा, “…मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि उन्हें इस तरह के बयान देने की हिम्मत कहां से मिलती है. उन्हें इस तरह के बयान देने की हिम्मत कौन दे रहा है, क्योंकि झारखंड में मेरे खिलाफ कभी किसी ने इस तरह का बयान नहीं दिया…पार्टी ने उनके बयान के बारे में चुनाव आयोग को जानकारी दे दी है. हम उन्हें माफ नहीं करेंगे…पूरी आदिवासी आबादी गुस्से में है…”

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”इरफान अंसारी को शर्म आनी चाहिए” 

बीजेपी के झारखंड के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि हेमंत सोरेन के एक मंत्री इरफान अंसारी ने सीता सोरेन के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है और उन्हें ‘रिजेक्टेड माल’ कहा है. इरफान अंसारी को शर्म आनी चाहिए…”

अंसारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा, “उन्होंने (इरफान अंसारी) सीता सोरेन पर बहुत गलत बयान दिया है. यह कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को उजागर करता है. कांग्रेस पार्टी महिला विरोधी और युवा विरोधी है…मैं इस बयान की निंदा करती हूं…क्या राहुल गांधी ऐसी घटिया सोच वाले लोगों को दिए गए टिकट वापस लेंगे?…कांग्रेस पार्टी को ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल से हटा देना चाहिए…”

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सहित पार्टी के कई अन्य नेताओं ने इरफान अंसारी को उनके बयान पर जमकर लताड़ा.

वीडियो को क्रॉप कर पेश किया जा रहा : इरफान अंसारी 

इन सख्त प्रतिक्रियाओं पर इरफान अंसारी ने कहा कि, ”बीजेपी और सीता सोरेन ने मेरे वीडियो को काट-छांट कर गलत तरीके से पेश किया गया है. ओरिजिनल वीडियो में मैंने सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया, फिर भी बीजेपी की चालबाजियों में मेरे खिलाफ झूठ फैलाने के लिए वीडियो को क्रॉप कर पेश किया जा रहा है.”

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इरफान अंसारी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- “झूठे वीडियो के सहारे सियासी खेल: भाजपा और सीता सोरेन के खिलाफ मानहानि का 100 करोड़ का दावा, चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत. यह स्पष्ट है कि भाजपा और सीता सोरेन द्वारा मेरे वीडियो को काट-छांट कर गलत तरीके से पेश किया गया है. ओरिजिनल वीडियो में मैंने सीता सोरेन का नाम तक नहीं लिया, फिर भी भाजपा की चालबाजियों में मेरे खिलाफ झूठ फैलाने के लिए वीडियो को क्रॉप कर पेश किया जा रहा है. भाजपा में आते ही उन्होंने अपना स्तर इतना गिरा लिया है कि झूठ के सहारे जामताड़ा की जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं.”

”कोर्ट में 100 करोड़ का मानहानि का दावा करूंगा”

उन्होंने लिखा कि, ”सीता सोरेन जी, आप इस क्रॉप किए गए वीडियो के सहारे चुनाव जीतना चाहती हैं, लेकिन याद रखें कि जामताड़ा की जनता मेरे साथ है और मुझे भली-भांति जानती है. आप चाहे जितने भी तिकड़म लगा लें, जनता का विश्वास मुझ पर अडिग है. मुझे बदनाम करने का यह प्रयास न सिर्फ मेरी प्रतिष्ठा पर आघात है, बल्कि सच्चाई को दबाने का षड्यंत्र भी है. सीता सोरेन और भाजपा के इन प्रयासों के खिलाफ मैं कोर्ट में 100 करोड़ का मानहानि का दावा करूंगा और चुनाव आयोग में भी इस मामले को उठाऊंगा.”

उन्होंने आगे लिखा कि, ”यह वही भाजपा है जिसने लोकसभा चुनाव के दौरान नाला के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के बेटे पर भी झूठे आरोप लगवाए थे, जिनका बाद में पर्दाफाश हुआ. आज यही शातिर लोग मेरे खिलाफ भी यही हथकंडे अपना रहे हैं. मैं जल्द ही कोर्ट में न्याय की गुहार लगाऊंगा और इन झूठे आरोपों के खिलाफ सख्त कदम उठाऊंगा. झारखंड की जनता सच जानती है, और झूठ के इस जाल को जल्द ही हम सब मिलकर उजागर करेंगे.”

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बीजेपी और कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई

इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के पास पहुंचा और उन्हें ज्ञापन सौंपकर इरफान अंसारी को विधानसभा चुनाव तक राज्य बदर करने, उनका नामांकन रद्द करने और उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की.

कौन हैं इरफान अंसारी?

इरफान अंसारी 10 साल से जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. उन्होंने 2014 और 2019 के लगातार दो विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी. वे झारखंड की हैमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. उनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय, ग्रामीण कार्य मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय हैं. इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी भी कांग्रेस के नेता थे और जामताड़ा क्षेत्र के विधायक रहे थे.
    
इरफान अंसारी का 17 जनवरी 1975 को झारखंड के देवघर में जन्म हुआ था. उन्होंने पटना के एएन कॉलेज में पढ़ाई की थी. बाद में सन 2000 में उन्होंने यूक्रेन से एमडी किया. वे पेशे से डॉक्टर हैं. उन्होंने साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के बीरेन्द्र मंडल को 9137 वोटों के अंतर से हराया था. 

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