कौन हैं मोहन यादव? जिन्हें शिवराज को दरकिनार कर BJP ने दी MP के मुख्यमंत्री की कुर्सी
नई दिल्ली :
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद लग रहीं अटकलों को समाप्त करते हुए भाजपा विधायक दल ने मोहन यादव को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. मोहन यादव पिछली शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. भाजपा ने इस बार शिवराज सिंह चौहान को दरकिनार कर मोहन यादव को सीएम की कुर्सी के लिए चुना है. ओबीसी समुदाय से आने वाले मोहन यादव काफी पढ़े लिखे हैं. उन्होंने अपना सियासी सफर छात्र राजनीति से शुरू किया था. 2013 में पहली बार विधायक बने यादव उज्जैन दक्षिण सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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25 मार्च 1965 को उज्जैन में जन्मे मोहन यादव का राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू किया. साल 1982 में मोहन यादव माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह सचिव बने और 1984 में अध्यक्ष.
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1984 में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री बने और 1986 में विभाग प्रमुख. 1986 में एबीवीपी मध्य प्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री बने.
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एबीवीपी के साथ ही मोहन यादव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे हैं. आरएसएस के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में यादव ने 1993 से 1995 के दौरान आरएसएस के उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह और 1996 में खंड कार्यवाह और नगर कार्यवाह के रूप में कार्य किया.
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मोहन यादव 1997 में भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े और उन्हें प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया. 1999 में भाजयुमो उज्जैन संभाग के प्रभारी बनाए गए. पहली बार 2000-2003 में भाजपा के नगर जिला महामंत्री और 2004 में भाजपा की प्रदेश इकाई के सदस्य बनाए गए.
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साल 2011-2013 तक मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम भोपाल के अध्यक्ष के रूप में यादव ने उल्लेखनीय कार्य किया. इसके लिए उन्हें राष्ट्रपति ने 2011-2012 और 2012-13 में पुरस्कृत भी किया.
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मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे. इसके बाद 2018 में भी इसी सीट से चुने गए. उन्होंने 2 जुलाई, 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. उन्हें उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया था. 2023 में भी यादव एक बार फिर उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक चुने गए.
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मोहन यादव को उज्जैन के समग्र विकास के लिए अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार और इस्कॉन इंटरनेशनल द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है.
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2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल करते हुए उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने हैं.
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मोहन यादव काफी पढ़े लिखे हैं. बीएससी, एलएलबी की पढ़ाई के बाद उन्होंने एमबीए और पीएचडी भी की है.
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पर्यटन, संस्कृति, इतिहास, विज्ञान और खेलकूद जैसे क्षेत्रों में यादव की गहरी रूचि है. वह वकालत, व्यापार और कृषि के व्यवसाय से जुड़े हैं.