स्लोवाक के प्रधानमंत्री को किसने मारी गोली? रूस-यूक्रेन विवाद को लेकर थे सुर्खियों में; डिप्टी पीएम ने कहा-फिको खतरे से बाहर
ब्रातिस्लावा:
स्लोवाक के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको (Slovak Prime Minister Robert Fico) अब खतरे से बाहर हैं. उप प्रधानमंत्री रॉबर्ट कालिनक (Deputy Prime Minister Robert Kalinak) ने रविवार को कहा कि रॉबर्ट फिको बुधवार से अस्पताल में हैं. AFP के अनुसार, उन्हें एक बंदूकधारी ने चार गोलियां मार दी थी. फिको के सबसे करीबी राजनीतिक सहयोगी कलिनक ने संवाददाताओं से कहा, “वह अपने जीवन के तत्काल खतरे से उभर आए हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें गहन देखभाल की आवश्यकता है.”
कहां हुई सर्जरी?
स्लोवाक के प्रधानमंत्री की बुधवार को पांच घंटे की सर्जरी हुई और शुक्रवार को एक और सर्जरी हुई. दोनों सर्जरी बंस्का बायस्ट्रिका के एक अस्पताल में हुई. कलिनक ने अस्पताल के बाहर कहा, “सकारात्मक तरीके से कहें तो हम उनकी हालत को स्थिर मान सकते हैं. हम सभी अब थोड़ा राहत महसूस कर रहे हैं. फिको फिलहाल अस्पताल में ही रहेंगे.
कौन है हमलावर?
स्लोवाक मीडिया द्वारा 71 वर्षीय कवि जुराज सिंटुला (poet Juraj Cintula) के रूप में पहचाने गए संदिग्ध बंदूकधारी पर पूर्व-निर्धारित हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है और शनिवार को एक विशेष दंड अदालत द्वारा पूर्व-परीक्षण हिरासत (pre-trial detention) में रखा गया था. फिको को उस समय गोली मार दी गई, जब वह केंद्रीय खनन शहर हैंडलोवा में एक सरकारी बैठक के बाद समर्थकों का अभिवादन करने जा रहे थे.
कीव को सैन्य सहायता रोकी
आंतरिक मंत्री माटुस सुताज एस्टोक (Interior Minister Matus Sutaj Estok) ने कहा कि यदि एक गोली “सिर्फ कुछ सेंटीमीटर ऊपर लग जाती, तो यह प्रधानमंत्री के लीवर पर लगती.” 59 वर्षीय फिको ने अक्टूबर में अपनी मध्यमार्गी लोकलुभावन स्मर पार्टी (Smer party) के आम चुनाव जीतने के बाद पदभार संभाला था. वह रूस और स्लोवाकिया के पड़ोसी यूक्रेन के बीच शांति कराने और कीव को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोकने का चुनाव अभियान चलाकर प्रधानमंत्री के रूप में अपना चौथा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. उनकी सरकार ने कीव को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोक दी है.
नाटो का सदस्य है स्लोवाक
कलिनक ने कहा कि सरकार फिको के बिना “उनके द्वारा बताए गए कार्यक्रम के अनुसार” आगे बढ़ेगी, जिसमें अगले सप्ताह दो बैठकें भी शामिल हैं. हत्या के प्रयास ने 5.4 मिलियन लोगों के यूरोपीय संघ और नाटो सदस्य देश (EU and NATO member country) को गहरा झटका दिया है, जो पहले से ही वर्षों से राजनीति पर तेजी से विभाजित है.