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घनघोर युद्ध के बीच में बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षामंत्री को क्यों हटाया, किस बात पर दोनों में ठनी


नई दिल्ली:

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को रक्षा मंत्री योआब गैलेंट को बर्खास्त कर दिया. उनके बर्खास्तगी की घोषणा करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि उनके और रक्षा मंत्री के बीच मतभेद थे, इसका फायदा दुश्मन उठा रहा था. गैलेंट की जगह इसराइल कात्ज को नया रक्षा मंत्री बनाया गया है. कात्ज नेतन्याहू कैबिनेट में विदेश मंत्री के रूप में काम कर रहे थे. गिडियोन सार को कात्ज की जगह नया विदेश मंत्री बनाया गया है. नेतन्याहू ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब इजरायल एक साथ कई मोर्चे पर पिछले करीब 13 महीने से युद्ध लड़ रहा है. कहा जा रहा है कि नेतन्याहू और गैलेंट के बीच कई मुद्दों पर मतभेद थे, इनमें सेना में आम नागरिकों की अनिवार्य सेवा का मुद्दा भी शामिल था.

पीएम नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री को बर्खास्त कर क्या कहा है

गैलेंट को बर्खास्तगी के बाद नेतन्याहू ने कहा, ”सैन्य अभियान को लेकर रक्षामंत्री योआब गैलेंट और मेरे बीच मतभेद थे, जो सामने आ गए. ये मतभेद ऐसे हैं जो सरकार और कैबिनेट दोनों के फैसलों के विपरीत हैं. मैंने इन दूरियों को कम करने की कई कोशिशें कीं. लेकिन हमारे बीच की खाई कम होने के बजाय बढ़ती ही गई. बड़े ही अजीबोगरीब तरीके से हमारे बीच के मतभेद आम लोगों की जानकारी में भी आ गए. सबसे बुरी बात यह रही कि इसकी जानकारी हमारे दुश्वमनों को भी मिल गई…जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया. ”

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वहीं गैलेंट का कहना हा कि तीन मुद्दों पर असहमति के बाद नेतन्याहू ने यह फैसला लिया है.उन्होंने कहा,”मंगलवार शाम उन्होंने (बेंजामिन नेतन्याहू) ने मुझे बताया कि युद्ध के बीच में मुझे रक्षामंत्री के पद से बर्खास्त करने का फैसला किया गया है. इस बर्खास्तगी के पीछे तीन मुद्दों पर असहमति है.सबसे अह बात यही रही कि मेरा यह मानना कि जो भी मसविदे के मुताबिक आयु सीमा के भीतर आता हो उसे हर हाल में इजरायली सेना में अपनी सेवा देनी चाहिए और इजरायल की रक्षा करने के लिए आगे आना चाहिए. हमें इसे इसराइली संसद में भेदभावपूर्ण और भ्रष्ट कानून को पारित नहीं होने देना चाहिए. यह बदलाव का समय है.” गैलेंट ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि उनकी जिंदगी का मकसद इजरायल की सुरक्षा ही था और वही रहेगा. 

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गैलेंट ने अपनी बर्खास्तगी पर क्या कहा है

गैलेंट ने अपनी बर्खास्तगी के तीन कारण बताए हैं- हरेदी लोगों को आईडीएफ में शामिल करने की जरूरत पर जोर देना, गाजा से बंधकों को वापस लाने की अनिवार्यता, और सात अक्टूबर के हमास के हमले और उसके बाद होने वाले युद्ध की एक आयोग बनाकर जांच कराने की मांग शामिल है. उनका कहना था कि आने वाले सालों में इजराइल को जटिल चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा.ऐसे हालात में सबको सेना में काम करना होगा, और कोई विकल्प नहीं है. सभी लोगों को इजरायल की सुरक्षा के मिशन में भाग लेना चाहिए.

रक्षामंत्री की बर्खास्तगी के विरोध में प्रदर्शन करते लोग.

रक्षामंत्री की बर्खास्तगी के विरोध में प्रदर्शन करते लोग.
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इसराइल कात्ज नए रक्षा मंत्री बनाए गए हैं. कात्ज विदेश मंत्री के रूप में काम कर रहे थे. गिडियोन सार का नया विदेश मंत्री बनाया गया है. 

नेतन्याहू और गैलेंट में किस मुद्दे पर था मतभेद

नेतन्याहू और गैलेंट के बीच उनके कार्यकाल के दौरान भर्ती समेत कई मुद्दों पर टकराव हुआ था.गैलेंट की बर्खास्तगी से एक दिन पहले ही आईडीएफ ने घोषणा की थी कि वह अगले सप्ताह अति-रूढ़िवादी यहूदी समुदाय के सात हजार सदस्यों सेना में अनिवार्य सेवा के लिए ड्राफ्ट ऑर्डर भेजेगा. दरअसल यह समुदाय सेना में अनिवार्य सेवा के लिए अनिच्छा जता रहा है. इससे पहले इस समुदाय के तीन हजार लोगों को सेना में भर्ती होने के लिए ड्राफ्ट ऑर्डर भेजे गए थे. लेकिन केवल 230 लोग भी सेना में शामिल होने के लिए भर्ती केंद्रों पर पहुंचे थे.इससे पहले एक विवादास्पद विधेयक पर मतदान नहीं कराने का फैसला किया गया था, जो हाई कोर्ट के उस फैसले को रोकता जो सरकार की ओर से वित्त पोषित डेकेयर सेंटर की सब्सिडी को अति रूढ़िवादी समुदाय के उन पुरुषों के बच्चों को देने से रोकने वाला था, जो सेना में काम नहीं करते थे. गैलेंट इस विधेयक को भ्रष्टा बता चुके हैं.

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इससे पहले कब बर्खास्त हुए थे गैलेंट

यह पहली बार नहीं है जब नेतन्याहू ने गैलेंट को बर्खास्त किया है. इससे पहले मार्च 2023 में भी नेतन्याहू ने गैलेंट को रक्षामंत्री पद से हटा दिया था. उस समय गैलेंट ने सरकार की ओर से न्यायपालिका में सुधार की योजना को रोकने की मांग की थी. उस समय भी नेतन्याहू ने इस विवाद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था.  इसके एक महीने बाद गैलेंट को उनके पद पर बहाल कर दिया गया था. गैलेंट के कार्यकाल में ही हमास ने इजरायल पर अबतक का सबसे घातक हमला किया. इसके बाद गाजा पर हुआ हमला भी गैलेंट के कार्यकाल में ही हुआ है. 

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इजरायल इस समय एक साथ कई मोर्चों पर युद्ध लड़ रहा है. वह गाजा में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह से लड़ाई लड़ रहा है. इनके अलावा वह ईरान, सीरिया, इराक और यमन के हूती विद्रोहियों से भी युद्धरत है.ऐसे समय में गैलेंट की बर्खास्तगी क्या रंग लाएगी, यह आने वाला समय बताएगा.

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