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महाकुंभ में पहुंचीं जया किशोरी ने क्यों दिया 'हंस' बनने का मंत्र, देखिए वीडियो


प्रयागराज:

महाकुंभ के अवसर पर प्रयागराज पहुंची आध्यात्मिक कथावाचक जया किशोरी ने लोगों से कुंभ नगरी आने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इतनी भीड़ के बीच जो ऊर्जा उत्पन्न होती है, वह आम दिनों में देखने को नहीं मिलती. हम अपनी संस्कृति से दुनिया और युवाओं को अवगत करा रहे हैं. यह एक बहुत ही अच्छा अवसर है. मेरे लिए तो यह अत्यधिक महत्व रखता है. चार स्थानों पर अमृत की बूंदें गिरी थी, तभी से कुंभ का आयोजन होता है. लोग आध्यात्मिक भावना के साथ स्नान कर रहे हैं.

कथावाचक जया किशोरी ने कहा कि आने वाले हर व्यक्ति को यहां सब कुछ मिलेगा- शांति, ज्ञान, आध्यात्म और संस्कृति. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जया किशोरी ने कहा कि यहां आए सभी लोगों की भावनाएं शानदार हैं. इतने ठंडे मौसम के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोगों का यहां आना अद्भुत है. मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा. इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक जगह पर देखना एक अनोखी ऊर्जा पैदा करता है, जो आम दिनों में नहीं होती.

जया किशोरी ने कहा कि नफरत फैलाना और गलत बातें करना ठीक नहीं है. सभी क्षेत्रों में अच्छे और बुरे काम हो रहे हैं. जीवन में सबसे ज्यादा ध्यान अच्छे कामों पर देना चाहिए. ज्ञान और सीख यहां से लेकर जाएं. हंस बनिए और मोती चुनिए.

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महाकुंभ 2025 के पहले अमृत स्नान मकर संक्रांति के दिन मंगलवार को संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर उत्तर प्रदेश सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई. हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के दौरान गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश देख संगम तट पर श्रद्धालुओं ने अभिभूत होकर जय श्री राम और हर हर महादेव के नारे लगाए.

बता दें कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन देश-विदेश से श्रद्धालु कुंभ नगरी पहुंचे हैं. रात्रि से ही त्रिवेणी तट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है. इस अवसर पर आईएएनएस ने साधु-संतों के साथ बातचीत में उनके अनुभव को जाना.



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