मणिपुर में BJP से क्यों नाराज नीतीश कुमार की JDU? क्यों वापस ले लिया समर्थन
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है.
इम्फाल:
जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बुधवार को मणिपुर की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया. एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में एनडीए के घटक जनता दल यूनाइटेड) ने मणिपुर सरकार से औपचारिक रूप से अपना समर्थन वापस ले लिया है. अब राज्य विधानसभा में जेडीयू का एकमात्र विधायक अब विपक्ष की बेंच पर बैठेगा.
जेडीयू के यह कदम मणिपुर के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव के रूप में सामने आया है. जेडीयू का सन 2022 से राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन था. अब जेडीयू ने सत्तारूढ़ सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. मणिपुर में जेडीयू के समर्थन वापसी की घटना कॉनराड संगमा के नेतृत्व वाली एनपीपी द्वारा पिछले साल नवंबर में समर्थन वापस लेने के कुछ ही महीनों के भीतर हुई है.
उल्लेखनीय है कि साल 2022 में जेडीयू के छह में से पांच विधायकों ने भाजपा के प्रति निष्ठा बदल ली थी, जिससे राज्य में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई थी.
जेडीयू ने मणिपुर के राज्यपाल को समर्थन वापसी का पत्र भेज दिया है.
जेडी(यू) के पीछे हटने के बावजूद उसके इस कदम से बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की स्थिरता को तत्काल कोई खतरा होने की आशंका नहीं है. जेडीयू के एक मात्र विधायक अब सरकार का हिस्सा नहीं रहे हैं. राज्य विधानसभा में मजबूत बहुमत रखने वाली भाजपा के बिना किसी महत्वपूर्ण व्यवधान के सत्ता पर अपना कब्जा बनाए रखने की संभावना है.