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एग्जाम से दो दिन पहले रिजॉर्ट में 1000 अभ्यर्थी, ₹7 लाख रिश्वत : UP पुलिस ने सुलझाया पेपर लीक केस

परीक्षा पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने बुधवार शाम गिरफ्तार किया है. The Hindkeshariको मिली जानकारी के अनुसार, यूपी पुलिस की एक टीम ने आरोपी दिल्ली पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया.  उसके सहयोगी की पहचान हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले महेंद्र शर्मा के रूप में हुई है.

बस की मदद से रिजॉर्ट पहुंचाया गया

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जानकारी के मुताबिक, पिछले महीने लगभग 1,000 अभ्यर्थियों से दिल्ली पुलिसकर्मी और उनके सहयोगियों ने संपर्क किया. संपर्क करने के बाद उन्हें बस की मदद से हरियाणा के एक रिजॉर्ट में ले जाया गया. कई लोगों को बस की मदद से पहुंचाया गया. इन सभी अभ्यर्थियों के मोबाइल फोन और गैजेट्स जब्त कर लिए गए. इसके बाद इन अभ्यर्थियों को 17 और 18 फरवरी को आयोजित यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा के प्रश्न पत्र और जवाब (उत्तर कुंजी) दे दिये गए.

परीक्षा से 2 दिन पहले तैयारी करवाई गई

The Hindkeshariने परीक्षा से दो दिन पहले आयोजित ‘क्रैम सेशन’ के वीडियो देखे हैं. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे दर्जनों युवा और महिलाएं एक लॉन में बैठकर परीक्षा से पहले की तैयारी कर रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि ये सभी अभ्यर्थी प्रश्न पत्र पढ़ रहे थे.

7 लाख रुपये का भुगतान

सूत्रों ने The Hindkeshariको जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्येक अभ्यर्थियों ने लीक हुए प्रश्नपत्रों के लिए 7 लाख रुपये का भुगतान किया है. जानकारी के मुताबिक, ये पैसे परीक्षा के बाद भुगतान किया जाना था. इस मामले में एक और बेहद अहम जानकारी देखने को मिली, आरोपियों ने अभ्यर्थियों की मूल मार्कशीट को गारंटी के तौर पर रखने की बात कही थी.

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जानकारी के मुताबिक, परीक्षा के प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी दो अन्य लोगों से खरीदे गए थे, जिनकी पहचान अभिषेक और रवि के रूप में हुई थी.  2015 में AIPMT पेपर लीक मामले में ये लोग शामिल थे.

पिछले एक महीने में 15 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. इन सभी पर आरोप है कि परीक्षा लीक की प्लानिंग कर रहे थे. ये लोग एक उम्मीदवार से 8 लाख रुपये तक पैसे ले रहे थे. हालांकि, परीक्षा का इस संस्करण को रद्द कर दिया गया है.

उस परीक्षा में 48 लाख से अधिक पुरुष और महिलाएं बैठे थे, जिसे कई दिनों बाद पेपर लीक की खबरों के बीच रद्द कर दिया गया था. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, “परीक्षाओं की शुचिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.”

इसके अलावा पिछले महीने, लोकसभा ने सरकारी भर्ती परीक्षाओं के लिए परीक्षा पत्रों के लीक होने जैसी धोखाधड़ी प्रथाओं की जांच करने के लिए एक ‘धोखाधड़ी विरोधी’ विधेयक पारित किया था.

 

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