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दुनिया

25 की हत्या, 33 विद्रोही ढेर; बलूचिस्तान ट्रेन हाइजैक की पाकिस्तानी सेना ने बताई पूरी कहानी

Balochistan Train Hijack Case: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाइजैक हुई ट्रेन को छुड़ा लिया गया है. पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने ट्रेन हाइजैक किए जाने से लेकर उसके बाद चले पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी. जनरल अहमद शरीफ ने एक टीवी चैनल को बताया कि सुरक्षा बदलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया है. सभी बंधकों को मुक्त करा लिया गया है. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना में विद्रोहियों ने 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के 4 जवानों की हत्या कर दी. 

पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता बोले- सभी विद्रोही ढेर, बंधक मुक्त

लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा, ‘‘सशस्त्र बलों ने सभी विद्रोही को मार गिराया और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर बुधवार शाम को अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया.” लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा, ‘‘सेना ने सभी 33 विद्रोही को मार गिराया और बंधकों को छुड़ाया.”

क्वेटा से पेशावर जा रही ट्रेन हुई थी हाईजैक

अधिकारियों ने बताया कि नौ डिब्बों में लगभग 400 यात्रियों को लेकर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी तभी विद्रोहियों ने विस्फोटकों का इस्तेमाल कर ट्रेन को बेपटरी कर दिया और उस पर कब्जा कर लिया. हालांकि दूसरी ओर ‘बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी’ (BLA) ने मंगलवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली थी और छह जवानों को मारने का दावा किया था.

11 मार्च को दोपहर में एक बजे हाइजैक हुई थी ट्रेन

लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने बताया कि 11 मार्च को दोपहर करीब एक बजे विद्रोहियों ने ओसीपुर के बोलन दर्रे इलाके में रेलवे पटरी पर धमाका किया और ट्रेन में सवार सभी यात्रियों को बंधक बना लिया. उन्होंने कहा, ‘‘सेना, वायुसेना, फ्रंटियर कोर और स्पेशल सर्विसेज ग्रुप के कमांडो की भागीदारी के साथ बचाव अभियान तुरंत शुरू किया गया.”

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सैटेलाइट फोन से अफगानी आकाओं के संपर्क में थे विद्रोही

उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान, विद्रोही सैटेलाइट फोन के माध्यम से अफगानिस्तान में अपने मददगारों और आकाओं के संपर्क में रहे, जिससे उनके विदेशी गठजोड़ का पता चलता है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों को अभियान पूरा करने में समय लगा, क्योंकि आतंकवादी बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कल शाम तक लगभग 100 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया था तथा बुधवार को महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में बंधकों को मुक्त कराया गया.

पाक सेना ने कहा- आतंकियों ने यात्रियों को मानव ढाल के रूप में यूज किया

सेना के अधिकारी ने आगे बताया , ‘‘बचाव अभियान जारी रहा, और आज शाम को सभी शेष बंधकों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया. चूंकि आतंकवादी यात्रियों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे, इसलिए अभियान अत्यधिक सावधानी के साथ चलाया गया.”

बम निरोधक दस्ते से पूरे ट्रेन की तलाशी 

शरीफ ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद सभी विद्रोहियों को मार गिराया गया है, हालांकि बम निरोधक दस्ते द्वारा मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार क्षेत्र और ट्रेन को अभी भी खाली कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान अलग-अलग दिशाओं में भाग गए यात्रियों को भी इकट्ठा करने के प्रयास जारी हैं.

महिलाओं-बच्चों के कारण सावधानी से चला अभियान

इससे पहले दिन में, अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती जैकेट पहने कुछ विद्रोहियों ने महिलाओं और बच्चों को एकत्र कर उन्हें अपने पास बैठने के लिए मजबूर किया. उन्होंने बताया कि आत्मघाती हमलावरों के साथ महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी के कारण अभियान को बेहद सावधानी से अंजाम दिया जा रहा है.

इससे पहले, सुरक्षा सूत्रों ने बताया था कि बचाव अभियान में अब तक 30 विद्रोही मारे गए हैं जबकि 190 यात्रियों को बचा लिया गया है. घायल हुए करीब 30 लोगों को अस्पताल भेजा गया है.

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गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने सभी बंधकों को सफलतापूर्वक बचाने और हमले में शामिल सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराने के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की.

BLA का दावा- अब भी 150 बंधक अब भी कब्जे में

दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना के अधिकारी से इतर बीएलए ने 100 पाकिस्तान जवानों की हत्या का दावा किया है. बीएलए का कहना है कि अभी भी 150 बंधक उनके कब्जे में है. लेकिन पाकिस्तान सेना ने बीएलए के दावों को खंडन किया है.

‘ऐसा दृश्य कभी भुलाया नहीं जा सकता’

BBC उर्दू सेवा के अनुसार, मुश्ताक मुहम्मद ने बताया कि जब उग्रवादियों ने ट्रेन पर हमला किया था, तब वहां बहुत बड़ा विस्फोट हुआ और गोलीबारी हुई, ऐसा दृश्य जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. मुश्ताक उन यात्रियों में शामिल था, जिन्हें ट्रेन से बचाया गया था.

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