"चीन किसी भी कंपनी को गिराने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है" : हिंडनबर्ग मामले पर IACC के सुनील जैन

नई दिल्ली:
हिंडनबर्ग (Hindenburg) की तरफ से जारी ताजा रिपोर्ट को लेकर जानकार उसकी तीखी आलोचना कर रहे हैं. इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सुनील जैन ने इस मामले पर The Hindkeshariसे बात करते हुए कहा कि हिंडनबर्ग ने जो आरोप लगाए हैं वह उसे सबित नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि आज बहुत सारे जियो पॉलिटिकल प्रोजेक्ट्स है. जैसे की अदाणी कंपनी को हाइफ़ा पोर्ट मिला है. प्रधानमंत्री ने India-Middle East-Europe-Economic Corridor (IMEC)की घोषणा की जिसका सीधा कंपटीशन चीन के BRI से है.
अदाणी ग्रुप भारत का एक फ्लैगशिप इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर है और विदेशों में भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. चाहे वह एयरपोर्ट हो, पोर्टस् हो. ऐसे में इसकी संभावना तो है. मेरे पास कोई सबूत नहीं है. लेकिन अगर विदेशी मीडिया इस सवाल को उठा रहा है तो भारत सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए. हिंडनबर्ग ने हमारे रेगुलेटर पर सवाल उठाया है. सरकार को इसकी जांच जरूर करनी चाहिए कि इसके पीछे कौन सी विदेशी ताकते हैं या फिर क्या हिंदुस्तानी ताकते भी शामिल है?
भारत में विदेशी निवेश पर नहीं पड़ा प्रभाव
सुनील जैन ने कहा कि मुझे लगता है कि अमेरिकी निवेशक समझते हैं. इसका भारत में विदेशी निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
घरेलू बाजारों पर नहीं पड़ा असर
वैश्विक शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख और विदेशी पूंजी प्रवाह के बीच सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने शुरुआती गिरावट से उबरते हुए सोमवार को दोपहर के कारोबार में बढ़त दर्ज की. बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक 400.27 अंक उछलकर 80,106.18 के स्तर पर पहुंच गया. एनएसई निफ्टी 105.3 अंक चढ़कर 24,472.80 पर रहा. इससे पहले सेंसेक्स 479.78 अंक गिरकर 79,226.13 अंक पर और निफ्टी 155.4 अंक फिसलकर 24,212.10 अंक पर आ गया था.सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से जेएसडब्ल्यू स्टील, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और टाटा मोटर्स के शेयर मुनाफे में रहे.
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