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अपराधी से पुलिस की मुठभेड़ में सिपाही की मौत, हिस्ट्रीशीटर व उसका बेटा घायल

पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्‍द ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनी धीरपुर नगरिया गांव में हिस्ट्रीशीटर अशोक कुमार उर्फ मुन्ना यादव को पकड़ने गई पुलिस टीम पर सोमवार की रात उसने पत्नी और बेटे के साथ हमला बोल दिया और गोलीबारी शुरू कर दी.

उन्होंने कहा कि इस दौरान सिपाही सचिन राठी (28) की जांघ में गोली लग गई. अधिकारी ने बताया कि घायल सिपाही की कानपुर में उपचार के दौरान बीती रात लगभग एक बजे मौत हो गई.

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनी धीरपुर नगरिया गांव के हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट था जिसके खिलाफ करीब बीस मुकदमे दर्ज हैं.

आनन्‍द ने बताया कि सोमवार शाम को पांच बजे सूचना मिली थी कि हिस्ट्रीशीटर अपने घर आया है जिसके बाद छिबरामऊ तथा विशुनगढ़ पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से यादव के घर की घेराबंदी कर दी. पुलिस के पहुंचते ही हिस्ट्रीशीटर ने घर से गोलीबारी शुरू कर दी और इस दौरान सिपाही की जांघ में गोली लग गयी.

उन्होंने बताया कि पुलिस की जवाबी गोलीबारी में हिस्ट्रीशीटर अशोक कुमार एवं उसके बेटे को भी गोली लगी है. घायल सिपाही सचिन राठी को तत्काल कानपुर हायर सेंटर भेजा गया जहां इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई. अधिकारी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर और उसके बेटे को तिर्वा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर व उसके पुत्र के पास से दो तमंचे बरामद किए गए हैं जिनसे वे पुलिस पर गोलीबारी कर रहे थे. उन्होंने कहा कि तलाशी के दौरान उसके घर से दोनाली राइफल भी मिली है.

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मंगलवार दोपहर पुलिस लाइन में सिपाही राठी का शव पहुंचने पर राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी गई और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद सहित अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की.

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में शहीद हुए सिपाही सचिन राठी की फरवरी में शादी होने वाली थी. शहीद होने की जानकारी मिलते ही उनके मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना के गांव शाह डब्वर में शोक की लहर दौड गई. शहीद सिपाही के शव की लेने के लिए परिजन कन्नौज पहुंचे .

सचिन राठी की 2019 में पुलिस विभाग में भर्ती हुई थी. पहली तैनाती कन्नौज जिले के सौरिख में हुई थी. मौजूदा तैनाती जिले के विशुनगढ थाने में थी. पुलिसकर्मियों ने बताया कि सचिन की पांच फरवरी को एक महिला सिपाही से शादी होने वाली थी.

आज दोपहर पुलिस लाइन में जब उसका शव पहुंचा तो उसकी मंगेतर (महिला सिपाही जिसके साथ शादी होनी थी) का रो रो कर बुरा हाल था. सलामी के बाद शव को उनके पैतृक आवास के लिए रवाना कर दिया गया.

बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद ‘आईएनएस इंफाल’ को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था.

(इस खबर को The Hindkeshariटीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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