किसानों के 'दिल्ली कूच' के चलते 12 मार्च तक 'प्रदर्शन-रैली' पर रोक, पूरी दिल्ली में धारा 144 लगाई गई
खास बातें
- पंजाब और हरियाणा से किसान दिल्ली रवाना होने लगे हैं
- सिंघू, गाजीपुर और टिकरी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है
- विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों तैनात
नई दिल्ली:
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में 12 मार्च तक सभी बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा गया है. दिल्ली पुलिस ने पूरी राजधानी में 144 धारा भी लगा दी है. दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा द्वारा जारी आदेश के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टरों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध है. बंदूकों और ज्वलनशील पदार्थों के साथ-साथ ईंटों, पत्थरों जैसे अस्थायी हथियारों को ले जाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. बता दें उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर किसान संघों ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर कानून बनाने समेत अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के सिलसिले में 13 फरवरी को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है. जिसके तहत ये सब किसान दिल्ली आने वाले हैं.
उलंघन करने वालो की होगी तुरंत गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस के आदेश के मुताबिक पेट्रोल-सोडा बोतल इक्कठा करने पर पूरी तरह से रोक है. 12 फरवरी से 12 मार्च तक लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है. धारा 144 का उलंघन करने वालो की तुरंत गिरफ्तारी का आदेश भी दिया गया है.
विरोध-प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने 5,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है जबकि सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए क्रेन और अन्य भारी वाहनों को तैनात किया है. राष्ट्रीय राजधानी में 13 फरवरी को किसानों के प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर सिंघू, गाजीपुर और टिकरी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है तथा यातायात पाबंदियां लागू की गई हैं.
‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के लिए पंजाब और हरियाणा से किसान रवाना होने लगे हैं. किसानों आंदोलन (Kisan Andolan) को देखते हुए पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में अलर्ट घोषित कर दिया गया है. किसानों के मार्च से पहले दिल्ली यातायात पुलिस ने परामर्श भी जारी किया है.