रोज दिल्ली में लोगों का घुट रहा दम, नहीं मिल रही है राहत; प्रदूषण से कब मिलेगी निजात?
नई दिल्ली:
दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. दिल्ली की स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग शहर छोड़ कर भाग रहे हैं. प्रदूषण से सांस लेने में दिक्कत तो हो ही रही है, साथ ही साथ लोगों को काफी परेशानी भी हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही और एक्यूआई 352 दर्ज किया गया जबकि चार निगरानी केंद्रों ने हवा की गुणवत्ता के स्तर को ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया.केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार शाम चार बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 352 दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि मंगलवार को भी स्थिति ऐसी ही होने वाली है. सीपीसीबी के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई 335 दर्ज किया गया. सीपीसीबी के समीर ऐप के आंकड़ों से पता चला है कि सोमवार को 38 निगरानी केंद्रों में से चार में एक्यूआई 400 से उपर दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। इनमें बवाना, जहांगीरपुरी, रोहिणी और वजीरपुर शामिल हैं.
दिल्ली में धुआं होने की वजहें ये हैं
दिल्ली में प्रदूषण के बारे में कुछ और बातें
- सर्दियों में वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण होता है.
- दिल्ली की खराब परिवहन प्रणाली से होने वाला प्रदूषण स्थानीय स्रोतों से होने वाले प्रदूषण का 50 प्रतिशत से ज़्यादा हिस्सा है.
- दिवाली के बाद से दिल्ली में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है.
- वायु गुणवत्ता को हवा में मौजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों की मात्रा से मापा जाता है.
- धुएं के संपर्क में आने से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है और मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियां और भी खराब हो सकती हैं.
इस बीच सुबह और शाम के समय शहर में धूमकोहरे की मोटी परत छाई रही, अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान भी मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक रहा और यह सुबह नौ बजे 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में दिन के दौरान आर्द्रता का स्तर 96 से 72 प्रतिशत के बीच रहा.
मौसम विभाग ने मंगलवार को मध्यम कोहरा रहने तथा अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान जताया है.
AQI के वर्गीकरण के अनुसार, शून्य से 50 की श्रेणी को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ तथा 401-500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.