हैरिस ने अर्लिंग्टन नेशनल सेमेट्री विवाद को लेकर की ट्रंप की आलोचना, कहा- "राजनीतिक स्टंट"
वाशिंगटन:
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस ने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि सैनिकों की सेमेट्री “राजनीति के लिए जगह नहीं है.” हैरिस ने सोमवार को वाशिंगटन के निकट सेमेट्री में हुई घटना के बारे में कहा, “मैं स्पष्ट कर दूं कि पूर्व राष्ट्रपति ने राजनीतिक स्टंट के लिए पवित्र भूमि का अपमान किया.” ट्रम्प ने नियमों की अवहेलना की और अफगानिस्तान में मारे गए अमेरिकी सैनिकों के रिश्तेदारों के साथ फोटो खिंचवाए.
शहीद के परिवार के साथ खींचवाई फोटो
दरअसल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी वापसी के दौरान मारे गए 13 अमेरिकी सैन्य सेवा सदस्यों को सम्मानित करने के लिए सेमेट्री में पुष्पांजलि समारोह में भाग लिया. एक तस्वीर में वह एक शहीद मरीन के परिवार के सदस्यों के साथ खड़े नजर, सेमेट्री के पत्थरों के बीच खड़े होकर ट्रंप मुस्कुरा रहे थे और थम्स अप कर रहे थे.
शनिवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए हैरिस ने कहा कि सेमेट्री राजनीति के लिए जगह नहीं है. “उपराष्ट्रपति के तौर पर मुझे कई बार अर्लिंग्टन नेशनल सेमेट्री जाने का सौभाग्य मिला है. यह एक पवित्र जगह है; एक ऐसी जगह जहां हम उन अमेरिकी नायकों को सम्मानित करने के लिए एक साथ आते हैं, जिन्होंने इस देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है.”
पोस्ट में हैरिस ने आगे कहा गया, “यह राजनीति के लिए जगह नहीं है. और फिर भी, जैसा कि इस सप्ताह रिपोर्ट किया गया था, डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने वहां एक वीडियो फिल्माने का फैसला किया, जिसके परिणामस्वरूप सेमेट्री के कर्मचारियों के साथ विवाद हुआ. मैं स्पष्ट कर दूं: पूर्व राष्ट्रपति ने राजनीतिक स्टंट के लिए पवित्र भूमि का अपमान किया.”
हैरिस ने सेना के दिग्गजों का अपमान करने के ट्रंप के इतिहास का उल्लेख भी किया और कहा “डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह कोई नई बात नहीं है. यह वह व्यक्ति है जिसने हमारे शहीद सैनिकों को “बेवकूफ” और “हारे हुए” कहा है और मेडल ऑफ ऑनर प्राप्तकर्ताओं का अपमान किया है
अमेरिकी सेना ने जारी किया बयान
गुरुवार को, अमेरिकी सेना ने बयान जारी कर पुष्टि की गई कि कब्रिस्तान के एक कर्मचारी को “अचानक किनारे कर दिया गया” क्योंकि उसने ट्रंप की टीम से हाल के युद्धों में मारे गए लोगों के लिए दफनाने वाले हिस्से को शूट करने से मना किया था. इस जगह राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फोटोग्राफी प्रतिबंधित है. वहीं ट्रंप की अभियान टीम ने अपना बचाव करते हुए दावा किया कि वह मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से पीड़ित थी. लेकिन सेना ने कहा कि कर्मचारी ने “पेशेवर तरीके से काम किया”.
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