हिमाचल बजट: दूध के समर्थन मूल्य में छह रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी, पर्यटन पर जोर

शिमला:
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का वार्षिक बजट पेश किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कम चर्चित पर्यटन स्थलों को लोकप्रिय बनाने के अलावा धार्मिक और पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन को बढ़ावा देगी.
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करते हुए, सुक्खू ने कहा कि यह साल वित्तीय चुनौतियों से भरा है, क्योंकि राजस्व घाटा अनुदान कम कर दिया गया है और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) मुआवजा रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और कम चर्चित पर्यटन स्थलों को लोकप्रिय बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है. इसके अलावा चाय बागानों को पर्यावरण के अनुकूल गंतव्यों के रूप में विकसित किया जाएगा.
बजट की अहम घोषणाएं
- कच्ची हल्दी का न्यूनतम समर्थन मूल्य 90 रुपये प्रति किलोग्राम किया गया
- भैंस और गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 6-6 रुपये की बढ़ोतरी
- प्राकृतिक मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये किया गया
- प्राकृतिक गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया
- 20 हजार से अधिक मछुआरों, मछली पालक कृषकों को बड़ी राहत
- अब 15 फीसदी की जगह साढ़े 7 फीसदी रॉयल्टी ली जाएगी
- नई नाव खरीदने में सरकार सब्सिडी देगी
- 7 नई Eco Tourism sight विकसित की गई
- अगले साल 78 ECO टूरिज्म साइट विकसित की जाएगी
- अगले पांच साल में 200 करोड़ का राजस्व इससे अर्जित किया जाएगा
- कांगड़ा को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया गया
- 2400 करोड़ पर्यटन की विकसित करने के लिए किए जाएंगे
- कबायली क्षेत्रों में 5 फीसदी ब्याज सरकार देगी
- फूड वैन पर्यटन स्थलों के लिए अनुदान दिया जाएगा
- 200 नए होटल और रिसॉर्ट बनाने के लिए निजी क्षेत्र को आमंत्रित करेंगे एक माह में अनुमति देंगे
- मंदिरों और नए पर्यटन स्थल विकसित किए जाएंगे
उन्होंने बताया कि राज्य की ऋण देनदारी बढ़कर 1,04,729 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 29,046 लाख रुपये वर्तमान सरकार ने लिए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में लिए गए ऋण का 70 प्रतिशत पिछली सरकार के कर्ज और उसके ब्याज को चुकाने पर खर्च किया गया. ऐसे में विकास गतिविधियों पर केवल 8,093 रुपये खर्च किए गए.
उन्होंने गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में छह रुपये की बढ़ोतरी कर इसे 45 रुपये से 51 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 55 रुपये से बढ़ाकर 61 रुपये प्रति लीटर करने की घोषणा की. सुक्खू ने कहा कि 2025-26 में एक लाख किसानों को प्राकृतिक खेती के तहत लाने का लक्ष्य रखा गया है. अबतक लगभग 1.58 लाख किसान प्राकृतिक खेती को अपना चुके हैं.
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रूप से कच्ची हल्दी उगाने वाले किसानों को 90 रुपये प्रति किलोग्राम का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हमीरपुर में मसाला पार्क स्थापित करने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून के तहत लगे श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 20 रुपये बढ़ाकर 300 रुपये से 320 रुपये प्रतिदिन की गई है.
हिमाचल प्रदेश में नशे की लत से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के गठन की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि 2025-26 में करीब 500 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी और अगले वित्त वर्ष में शिमला रोपवे परियोजना शुरू की जाएगी. (इनपुट भाषा से भी)