देश

अरब सागर में भारतीय नौसेना ने नाकाम किया एक और जहाज का अपहरण

इस जहाज में 15 भारतीय चालक दल के सदस्‍य मौजूद हैं…

खास बातें

  • सोमालिया में कार्गो जहाज के अपहरण का प्रयास
  • 4 जनवरी की शाम 5-6 अज्ञात हथियार बंद लोगो के जहाज पर जाने का संकेत
  • नौसेना के विमाम जहाज की गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए हैं

नई दिल्‍ली :

अरब सागर में एक और कार्गो जहाज के अपहरण का प्रयास हुआ है. 4 जनवरी की शाम 5-6 अज्ञात हथियार बंद लोगो के जहाज पर जाने का संकेत मिला है. इस जहाज पर लाइबेरिया का झंडा लगा हुआ है. नौसेना ने जहाज की मदद के लिये अपने युद्धपोत आईएनएस चेन्नई को भेजा है. 5 जनवरी को नेवी के विमान ने जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और जहाज के चालक दल के साथ सम्पर्क स्थापित किया. नौसेना के विमाम जहाज की गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए हैं. बताया जा रहा है कि आईएनएस चेन्नई जहाज के करीब पहुंच चुका है.

यह भी पढ़ें

भारतीय नौसेना ने अरब सागर में कुछ भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ लाइबेरिया के झंडे वाले एक व्यापारिक जहाज के अपहरण की घटना के बाद एक युद्धपोत तैनात किया है. मालवाहक जहाज एमवी लीला नोरफोक के अपहरण की घटना की रिपोर्ट गुरुवार को यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) द्वारा की गई, जो एक ब्रिटिश सैन्य संगठन है. यह रणनीतिक जलमार्गों में विभिन्न जहाजों की गतिविधियों पर नज़र रखता है.

नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक समुद्री घटना पर तेजी से प्रतिक्रिया दी, जिसमें लाइबेरिया के ध्वज वाले जहाज के अपहरण की कोशिश की गई. उन्होंने बताया कि जहाज ने यूकेएमटीओ पोर्टल पर एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया कि लगभग पांच से छह अज्ञात सशस्त्र लोग जहाज पर सवार हो गए हैं. 

यह भी पढ़ें :-  दिल्ली में सोमवार से फिर खुलेंगे स्कूल, ठंड को देखते हुए समय में हुआ बदलाव

जहाज से मैसेज मिलते ही तुरंत एक्‍शन लिया गया. भारतीय नौसेना ने समुद्री गश्त शुरू की और जहाज की सहायता के लिए समुद्री सुरक्षा संचालन के लिए तैनात आईएनएस चेन्नई को डायवर्ट कर दिया है. इस दौरान पता चला कि जहाज के चालक दल में कई भारतीय शामिल थे. 

अधिकारी ने बताया कि भारतीय नौसेना के समुद्री गश्ती विमान ने शुक्रवार तड़के जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए जहाज से संपर्क स्थापित किया. जहाज के चालक दल के साथ सम्पर्क स्थापित किया गया है और नौसेना के विमान, जहाज की गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए हैं.

ये भी पढ़ें :- 

Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button