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महुआ मोइत्रा के लोकसभा अकाउंट की जांच हो: संसद में रिश्वत लेकर सवाल पूछने के विवाद पर BJP सांसद

झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को चिट्ठी लिखकर यह जांच करने की मांग की है कि क्या टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के लोकसभा अकाउंट को किसी ऐसी लोकेशन से एक्सेस किया गया, जहां वह मौजूद नहीं थीं.

बीजेपी सांसद ने कहा कि इसका पता लगाया जाना चाहिए कि महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी और उनके रियल-एस्टेट ग्रुप को लोकसभा वेबसाइट के लिए अपने लॉगिन क्रेडेंशियल का एक्सेस दिया था, ताकि वे इसका इस्तेमाल अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए कर सकें.

इन आरोपों के जवाब में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि सांसदों का संसदीय कार्य बड़ी टीमों द्वारा किया जाता है. उन्होंने कहा कि आईटी मंत्री को सभी सांसदों की लोकेशन और लॉगिन डिटेल जारी करना चाहिए.

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) से मांग की कि इस मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई जाए और महुआ मोइत्रा को सदन से निलंबित किया जाए. निशिकांत ने स्पीकर को ‘री-इमरजेंस ऑफ नेस्टी कैश फॉर क्वेरी इन पार्लियामेंट’ टाइटल से चिट्ठी लिखी है. इसमें विशेषाधिकारों के गंभीर उल्लंघन, सदन के अपमान और IPC की धारा 120A के तहत आपराधिक केस की बात कही है. इसके बाद महुआ मोइत्रा की प्रतिक्रिया सामने आई.

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी चिट्ठी के साथ एक एडवोकेट जय अनंत देहाद्रई की चिट्ठी भी लगाई है. इसमें लिखा है- ‘ऐसा लगता है कि जय अनंत देहाद्राई ने मेहनत से रिसर्च की है, जिसके आधार पर उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि हाल तक महुआ मोइत्रा ने संसद में कुल 61 में से करीब 50 सवाल पूछे. इनमें दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी के व्यावसायिक हितों की रक्षा करने या उन्हें कायम रखने के इरादे से जानकारी मांगी गई थी.’

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इस बीच मोइत्रा ने जांच का स्वागत किया है. वहीं, हीरानंदानी ग्रुप ने बीजेपी सांसद के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनमें कोई दम नहीं है.

आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव की लिखी चिट्ठी में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि कृष्णानगर का प्रतिनिधित्व करने वाली टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी और हीरानंदानी ग्रुप को लोकसभा वेबसाइट के लिए अपने लॉगिन क्रेडेंशियल्स का एक्सेस दिया, ताकि वो इसे अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए इस्तेमाल कर सके. ये सभी आरोपों में सबसे हानिकारक और गंभीर है.”

निशिकांत दुबे ने अपनी चिट्टी में आगे लिखा, “अगर ये दावे सही पाए जाते हैं, तो ये एक गंभीर आपराधिक उल्लंघन है. साथ ही भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लंघन भी. क्योंकि यह अनधिकृत लोगों को सरकारी वेबसाइटों तक एक्सेस देगा, जिनमें क्लासीफाइड जानकारी हो सकती है.”

बीजेपी सांसद ने केंद्रीय आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह किया कि मोइत्रा के लोकसभा अकाउंट की डिटेल चेक की जाए. कहीं ऐसा तो नहीं कि उनके अकाउंट को किसी दूसरे लोकेशन पर एक्सेस किया गया, जहां वो मौजूद नहीं थीं. 

निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को ये चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा, “किसी बिजनेस ग्रुप के निजी फायदे के लिए सवाल पूछने के बदले में मॉनिटरी या दूसरी किसी तरह का फायदा स्वीकार करना एक अपराध है. हमारे लोकतांत्रिक मंदिर हमारी संसद की पवित्रता से समझौता करने के संसद सदस्य के किसी भी कोशिश को जितनी जल्दी हो सके नाकाम किया जाना चाहिए. साथ ही इस मामले की जांच की जानी चाहिए.” 

महुआ मोइत्रा ने दिया ये जवाब

इन आरोपों के जवाब में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है कि सांसदों का संसदीय कामकाज उनके असिस्टेंट और बाकी टीम देखती है. मोइत्रा ने ट्वीट किया, “सांसदों के सभी संसदीय काम PA, असिस्टेंट और बड़ी टीमें करती हैं. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव कृपया CDR के सभी सांसदों के लोकेशन और लॉगिन डिटेल जारी करें. कृपया स्टाफ को लॉगिन करने के लिए दिए गए ट्रेनिंग की जानकारी जारी करें.”

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