"असम के मुसलमानों को तुष्टिकरण की आवश्यकता नहीं है": हिमंत सरमा का गौरव गोगोई पर कटाक्ष
गुवाहाटी:
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने धर्म से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) के रुख को लेकर उन पर जोरदार हमला बोला है. सरमा ने आरोप लगाया कि गोगोई का शिवसागर निर्वाचन क्षेत्र में नमाज अदा करना, लेकिन राम मंदिर उद्घाटन में शामिल नहीं होना तुष्टिकरण की राजनीति है. सरमा ने कहा, “असम के लोगों को तुष्टीकरण की जरूरत नहीं है. उन्हें नौकरियों और विकास की जरूरत है.”
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मुख्यमंत्री ने कहा, “जब प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी, वह (गौरव गोगोई) कांग्रेस यात्रा के दौरान असम की सड़कों पर राहुल गांधी के साथ चलते हुए प्रशासन से लड़ रहे थे और कानून तोड़ रहे थे.उन्होंने बहुत बड़ा पाप किया है. वह एक बार भी राम मंदिर नहीं गए. वह कामाख्या मंदिर नहीं जाते. हमारे पास कई अन्य त्योहार हैं, लेकिन हमें वहां उनकी भक्ति नहीं दिखती. उनके जैसे लोग किसी से प्यार नहीं करते.न हिंदू से और न मुस्लिम से. असम के मुसलमानों को इस तरह के तुष्टीकरण की जरूरत नहीं है.”
इस बीच, चुनाव आयोग ने कहा कि तीसरे चरण के लिए गुवाहाटी सहित चार लोकसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई. देशभर में तीसरे चरण की अधिसूचना के साथ ही प्रक्रिया शुरू हो गई. गुवाहाटी, बारपेटा, धुबरी और कोकराझार (एसटी) निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान तीसरे चरण में 7 मई को होगा. अधिसूचना के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 अप्रैल है, जबकि नामांकन की जांच अगले दिन की जाएगी. नाम वापसी की आखिरी तारीख 22 अप्रैल तय की गई है.