नो व्हीकल जोन, 137 पार्किंग, कई रूट डायवर्ट… जानें मौनी अमावस्या के लिए महाकुंभ में कैसी है तैयारी
नो व्हीकल जोन घोषित, ताकि…
प्रयागराज की सड़कों पर इन दिनों श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ रहा है. लाखों लोग प्रतिदिन संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में 27 जनवरी की शाम से ही यहां नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, ताकि पैदल यात्रियों को कोई दिक्कत ना हो. मौनी अमावस्या पर भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने शहर के बाहर से ही वाहनों को डाइवर्ट करने का फैसला किया है. हालांकि, श्रद्धालुओं को दिक्कत ना हो इसके लिए 5 हजार से अधिक शटल बस चलाने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक बस और कुछ गोल्फ कार्ट भी चलाएं जाएंगे.
यहां-यहां पार्किंग की सुविधा
- कानपुर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन नवाबगंज, मलाक हरहर, सिक्सलेन होते हुए बेली कछार और बेला कछार एक या दो में पार्क कर सकेंगे.
- कौशाम्बी मार्ग से शहर में प्रवेश होने वाहन नेहरु पार्क व एयरफोर्स मैदान पार्किंग में अपने वाहनों की पार्किंग कर सकेंगे.
- प्रतापगढ़ और लखनऊ की ओर से आने वाले बेली कछार व बेला कछार दो तक वाहनों को पार्क कराया जाएगा, यहां से ई-रिक्शा समेत अन्य वाहनों से आगे जा सकेंगे.
- जौनपुर-प्रयागराज मार्ग अगर आप जौनपुर की तरफ से प्रयागराज आ रहे हैं, तो आपको सहसों से गारापुर होते हुए आना होगा. चीनी मिल पार्किंग झूंसी और पूरेसूरदास पार्किंग गारा रोड पर वाहनों को पार्क करना होगा.
- वाराणसी से प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में आने के लिए कनिहार रेलवे अंडरब्रिज से शिवपुर उस्तापुर पार्किंग, पटेल बाग, कान्हा मोटर्स पार्किंग में वाहनों को पार्क करना होगा.
- मिर्जापुर-प्रयागराज मार्ग मिर्जापुर मार्ग से आ रहे हैं, तो देवरख उपरहार और सरस्वती हाईटेक पार्किंग तक आने की अनुमति रहेगी. वहीं, रीवा मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन नैनी एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट और नव प्रयागम पार्किंग एरिया में पार्क कराए जाएंगे.
- सहसों से अंदावां होते हुए शटल बस की व्यवस्था की गई है. सरस्वती द्वार से पार्किंग की व्यवस्था की गई है. सरस्वती हाईटेक से अरेल तक पार्किंग की व्यवस्था की गई है.
महाकुंभ-2025 के दौरान अनारक्षित ट्रेनों की सुविधा
14.76 करोड़ से ज्यादा ने लगाई आस्थ की डुबकी
मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पूर्व दो दिनों (रविवार और सोमवार) को 3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई. रविवार को जहां 1.74 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया, तो वहीं सोमवार को रात 8 बजे तक 1.55 करोड़ श्रद्धालुओं ने पावन डुबकी लगाई. इसके साथ ही महाकुंभ में अब तक स्नानार्थियों की कुल संख्या 14.76 करोड़ हो गई. पिछले गुरुवार को ही महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या ने 10 करोड़ का आंकड़ा पार किया था. योगी सरकार का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ और पूरे महाकुंभ में कुल 45 करोड़ से ज्यादा लोग आएंगे. महाकुंभ में जहां एक ओर करोड़ों लोगों की भीड़ संगम स्नान के लिए पहुंच रही है, तो प्रयागराज शहर का आम जनजीवन प्रतिदिन की तरह सुचारू रूप से चल रहा है. स्नानार्थियों का किसी तरह का कोई दबाव शहरी जीवन पर नहीं पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने सिर्फ प्रमुख स्नान पर्वों के दिन कुछ बंदिशें लगाई हैं, जबकि बाकी दिन स्कूल, ऑफिस, कारोबार अपनी गति से आगे बढ़ रहे हैं. इससे शहरवासियों में भी खुशी की लहर है.
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