दुनिया

ग्लोबल वॉर्मिंग पर संवेदना नहीं, सॉल्यूशन दे रहे, रिफॉर्म को लेकर भारत प्रतिबद्ध : सिंगापुर में PM मोदी


सिंगापुर:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन की यात्रा पर बुधवार से सिंगापुर के दौरे पर हैं. गुरुवार को पीएम मोदी ने भारत और सिंगापुर के बीच हुए समझौतों की जानकारी दी. पीएम मोदी ने इस दौरान सिंगापुर के बिजनेस लीडर्स से मुलाकात की. पीएम मोदी ने कहा, “ग्लोबल वॉर्मिंग को कंट्रोल करने के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की. पीएम ने कहा, “ग्लोबल वॉर्मिंग पर हम संवेदना नहीं दे रहे, बल्कि सॉल्यूशन दे रहे. रिफॉर्म को लेकर भारत प्रतिबद्ध है.”

पीएम ने कहा, “ऊर्जा से जुड़े हुए ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां ग्रीन जॉब्स की पूरी संभावना है. हमने पूरी दुनिया को एक वादा किया है. हम ग्लोबल वार्मिंग को एक चुनौती मानते हैं. हम सिर्फ अपनी संवेदना व्यक्त कर अटकने वाले लोग नहीं हैं, हम समाधान देने वाले लोग हैं.

भारत और सिंगापुर ने सेमीकंडक्टर, डिजिटल टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य सहयोग और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में अहम समझौते किए हैं. इसके मुताबिक, देश सेमीकंडक्टर, कलस्टर डेवलपमेंट, सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैंने देखा कि जो एक विषय प्रमुख रूप से नजर आ रहा है, वह स्किल डेवलपमेंट का है. भारत में हम इंडस्ट्री 4.0 को ध्यान में रखते हुए और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र को देखते हुए स्किल डेवलपमेंट पर बहुत जोर दे रहे हैं.” 

यह भी पढ़ें :-  "भारत मामले को गंभीरता से ले रहा है" : पन्नू की हत्या की साजिश संबंधी रिपोर्ट पर अमेरिकी
पीएम मोदी ने कहा, “6 दशक के लंबे समय के बाद भारत की सत्ताधारी पार्टी को जनता ने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश मिला है. हमें लोग इसलिए देते हैं, क्योंकि वो हमारी सरकार की नीतियों, नीयत पर भरोसा करते हैं. हमारी सरकार ने देश के लिए महात्वाकांक्षा को आम आदमी की महात्वाकांक्षा से जोड़ दिया है.”

पीएम मोदी ने कहा, “भारत की जरूरतों के साथ स्किल डेवलपमेंट एक ग्लोबल जॉब मार्केट से भी जुड़ा हुआ है. अगर आपकी कंपनियां ग्लोबली क्या चल रहा है, उसका सर्वे करें, ग्लोबल डिमांड का एनालिसिस करें और उसके मुताबिक भारत में स्किल डेवलपमेंट के लिए आएं, तो ग्लोबल जॉब मार्केट को बड़ी आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत के पास टैलेंट है और उसका लाभ दुनिया को मिलेगा. आज फिनटेक की दुनिया में हमारा UPI, दुनिया में जितना रियल टाइम ट्रांजैक्शन होता है, उसका 50 प्रतिशत अकेले भारत में होता है. फिनटेक की दुनिया में अगर ग्लोबल लीडर बनना है, तो भारत को केंद्र बिंदु बनाकर बड़ी आसानी से आप फिनटेक की दुनिया में आगे आ सकते हैं.”

बायो फ्यूल को लेकर पीएम मोदी ने कहा, “हमने 500 गीगावाट का टारगेट रखा है. 2030 तक इसे हासिल करना है. भारत न्यूक्लियर, हाइड्रो, सोलर और विंड पर जाना चाहता है. हमने बॉयो फ्यूल की पॉलिसी भी बनाई है. भारत इसको लीड करना चाहता है.”



Show More

संबंधित खबरें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button