राहुल vs अमित शाहः इस्लाम में 'अभय मुद्रा' और चैलेंज की इनसाइड स्टोरी

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘नेता विपक्ष ने कहा है कि जो अपने आपको हिंदू कहते हैं वे हिंसा करते हैं. इनको मालूम नहीं है कि करोड़ों लोग अपने आप को गर्व से हिंदू कहते हैं, क्या वे सभी लोग हिंसा करते हैं। उन्हें (राहुल) माफी मांगनी चाहिए.” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आपातकाल में पूरे देश को भयभीत किया गया. आपातकाल के समय वैचारिक आतंक था. दिल्ली में हजारों सिख भाइयों का कत्लेआम उनके (कांग्रेस) शासनकाल में हुआ.”
#WATCH लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “अभयमुद्रा कांग्रेस का प्रतीक है…अभयमुद्रा निर्भयता का संकेत है, आश्वासन और सुरक्षा का संकेत है, जो भय को दूर करता है और हिंदू, इस्लाम, सिख धर्म, बौद्ध धर्म और अन्य भारतीय धर्मों में दैवीय सुरक्षा और आनंद प्रदान करता है….… pic.twitter.com/3f4aPh43E2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 1, 2024
इस पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं. भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं है. आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है. ये ठेका भाजपा का नहीं है.” सदन में भारी शोर-शराबे के बीच बिरला ने राहुल गांधी से कहा कि उन्हें सदन में अपनी बात रखते समय पूरा ध्यान रखना चाहिए.

नेता प्रतिपक्ष ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि शंकर भगवान से सच, साहस और अहिंसा की प्रेरणा मिलती है. उनका कहना था, ‘‘भगवान शिव कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत.” उन्होंने भगवान शिव की ‘अभय मुद्रा’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्लाम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन, सभी धर्मों में यह मुद्रा नजर आती है.
राहुल इस्लाम के विद्वानों का मत जरूर लें- अमित शाह
राहुल गांधी ने कहा कि इस्लाम में दुआ मांगी जाती है, तो दोनों हाथों से…दाएं हाथ से अभय मुद्रा दिखाई देती है. राहुल के इस बयान पर अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी इस्लाम में अभय मुद्रा पर, इस्लाम के विद्वानों का मत एक बार जरूर लें.. राहुल गांधी ने अयोध्या में भाजपा की हार का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने भाजपा को एक संदेश दिया है.
अमित शाह ने की राहुल के भाषण के सत्यापित की मांग
राहुल गांधी के भाषण के समाप्त होने के बाद एक बार फिर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से यह मांग की कि वह नियमों के मुताबिक राहुल गांधी से अपने भाषण को सत्यापित करने को कहें क्योंकि कई मंत्रियों ने कहा है कि राहुल गांधी के भाषण में सही तथ्य नहीं हैं. स्पीकर ने राहुल गांधी को अपने भाषण को सत्यापित करने का निर्देश भी दिया. (भाषा और IANS इनपुट के साथ)