महाकुंभ में आईं स्टीव जॉब्स की अरबपति पत्नी को गोत्र, नाम के बाद अब मिली दीक्षा, देखें तस्वीरें
प्रयागराज:
एप्पल के सह संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने आज निरंजनी अखाड़ा के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से भगवती मां काली की बीज मंत्र की दीक्षा ली है. इससे पहले स्वामी कैलाशानंद गिरि ने लॉरेन को अपना गोत्र दिया था. उन्होंने लॉरेन को कमला नाम भी दिया है. महाकुंभ में आईं लॉरेन को कल अमृत स्नान करना था. लेकिन बीमार होने के कारण वो अमृत स्नान नहीं कर पाई थी.
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ने कहा था, “कमला आई हैं और वह अभी शिविर में हैं. कल भीड़ में रहने के कारण उन्हें कुछ दिक्कत आई है, इसलिए वह शिविर में आराम कर रही हैं. वह बहुत सहज और सरल हैं और सनातन धर्म को जानना चाहती हैं. वह गुरू के बारे में जानना चाहती हैं, उनके हजारों सवाल हैं जिसका उत्तर हमें देना होता है. सभी प्रश्न सनातन से जुड़े हैं.”
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महंत रविंद्र पुरी ने मंगलवार को कहा था, “उन्हें (लॉरेन) यहां नया नाम ‘कमला’ मिला है. वह बहुत सहज, विनम्र और अहंकार से मुक्त हैं और यहां की सनातनी संस्कृति से खासा प्रभावित हैं.” महंत रविंद्र पुरी, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा था, “अध्यात्म की खोज उन्हें यहां ले आई. इस अखाड़े में उनका जिस तरह का व्यवहार है, उससे पता चलता है कि दुनिया की धनी और समृद्ध हस्तियों में से एक होने के बावजूद वह अहंकार से कोसों दूर हैं और किसी तरह का दिखावा नहीं करतीं.”
पुरी ने कहा, “वह विश्व के प्रमुख लोगों में से एक हैं. फिर भी वह बहुत सहज हैं. रविवार को मैंने उन्हें एक आयोजन के दौरान मंच पर आकर बैठने को कहा लेकिन वह पीछे ही बैठी रहीं.”
बता दें स्टीव जॉब्स (1955-2011) एक अमेरिकी उद्यमी, आविष्कारक और दूरदर्शी थे जिन्होंने एप्पल की स्थापना की थी.
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